बच्चों का टिफिन कैसा हो?

बढ़ते बच्चों की खुराक पर ध्यान रखना चाहिए। जब बच्चे स्कूल जाने लगें, तब उनके भोजन पर विशेष रूप से नज़र रखनी चाहिए। स्कूल जाने वाले बच्चों की सक्रि यता बढ़ जाती है और वे श्रम भी करने लगते हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें ऐसा आहार चाहिए जिससे उन्हें पर्याप्त मात्र में ऊर्जा प्राप्त हो सके।
6-12 वर्ष की आयु के बच्चे इसी श्रेणी में होते हैं। 10 वर्ष की आयु से अधिक आयु के लड़के और लड़की की पौष्टिक आहार की आवश्यकता में अंतर होता है।
बच्चे को एक दिन में 1925 से 2150 कैलोरी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। माताओं को चाहिए कि वे इस आवश्यक मात्र को बच्चे के नाश्ते और भोजन में बांट लें। बच्चा जितनी बार खाना खाता हो, उसकी अनुमानित मात्र पहले से तैयार कर लेनी चाहिए। एक दिन में बच्चे के भोजन में किस वर्ग से कितना लेना है, नीचे दिया जा रहा है:- 
नाश्ता:- 120 ग्राम दूध, 40 ग्राम अनाज, 40 ग्राम मीट, 10 ग्राम घी तथा 5 ग्राम चीनी।
टिफिन:- 125 ग्राम दूध, या दूध से बना पदार्थ, एक फल (150 से 200 ग्राम तक का) 60 ग्राम अनाज, 10 ग्राम घी या मक्खन।
दोपहर के खाने में:- 250 ग्राम दूध का व्यंजन, 200 ग्राम सब्जी, 40 ग्राम अनाज, 20 ग्राम मीट या अंडे, 30 ग्राम दाल, 10 ग्राम घी।
चाय में:- 125 ग्राम दूध, 2 ग्राम अनाज, 40 ग्राम चीनी।
रात के खाने में:- 250 ग्राम दूध से बना पदार्थ, 200 ग्राम सब्जी, 40 ग्राम अनाज, 20 ग्राम मीट, 15 ग्राम घी तथा 10 ग्राम चीनी।
ऊपर दी गई सारिणी के अनुसार 7-12 वर्ष तक के बच्चे का एक दिन का खाना इस प्रकार हो सकता है:-
नाश्ता:- अंडा, ब्रेड या दूध।
टिफिन:- पनीर, सैंडविच या फल (सेब केला आदि)
दिन का खाना:- रोटी, दाल, पालक, पनीर, रायता या खीरे का सलाद।
चाय के साथ बिस्कुट और दूध।
रात का खाना:- रोटी, कद्दू की सब्जी, अंडे की सब्जी और रायता।
मात्र निर्धारित करने के बाद विभिन्न व्यंजन बनाए जा सकते हैं। ऊपर दी गई सारिणी केवल अनुमान लगाने के लिए है। उनमें परिवर्तन किया जा सकता है लेकिन इतना ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे को भोसज से जरूरत के अनुसार ऊर्जा मिले।
॒बच्चे का टिफिन तैयार करते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए जैसे:-
1. टिफिन में ऐसी चीजें देनी चाहिए जिन्हें बच्चा आसानी से स्कूल ले जा सके जैसे परांठा, सैंडविच आदि।
2. भोजन इस तरह बांधें कि बच्चा आसानी से टिफिन से निकालकर खा सके और हाथ गंदे न करे।
3. टिफिन संतुलित होना चाहिए।
4. टिफिन में ऐसे पदार्थ भी दिए जा सकते हैं जिन्हें बच्चा घर पर खाने में  आना कानी करता है। ऐसे खाद्य पदार्थों को दोस्तों के साथ बच्चा खुशी-खुशी खा लेता है। (उर्वशी)