स्टॉक मार्किट में है शानदार करियर

करियर विशेषज्ञों ने साल 2024 के लिए अभी से जिन 10 महत्वपूर्ण कॅरियर को खास मानकर चिन्हित किया है, उनमें एक स्टॉक मार्किट का कॅरियर भी है। दरअसल जिस तरह डिजिटल टेक्नोलॉजी हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गई है, उसके कारण अब लोग कहीं भी रहकर स्टॉक मार्किट में अपनी सक्रिय भागीदारी करने लगे हैं। इस वजह से आने वाले दिनों में स्टॉक मार्किट का दायरा आज के मुकाबले कई गुना ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है। जाहिर है इसका मतलब यह भी है कि स्टॉक ट्रेडिंग के क्षेत्र में आने वाले दिनों में शानदार कॅरियर की भरपूर संभावनाएं हैं। लेकिन इस दिशा में आगे बढ़ने से पहले एक बात गांठ बांध लीजिए कि अगर इस क्षेत्र में आप कॅरियर बनाना चाहते हैं तो आपके पास फाइनेशियल इंस्टीट्यूशन या कारपोरेशन से ट्रेडिंग डिग्री ज़रूर होनी चाहिए। एक बार इसे हासिल करके आप इस इंडस्ट्री से अपने ज्ञान और रणनीतिक कौशल के चलते लाखों रुपये महीने के कमा सकते हैं।
शेयर बाज़ार दरअसल एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें बाज़ार के सहभागियों द्वारा इक्विटी शेयर खरीदने, उन्हें बेंचने का हमेशा काम बना रहता है। भारत में शेयर बाज़ार का अधिकांश कारोबार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएससी) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएससी) पर होता है। यहां कारोबार में सक्रिय हिस्सेदारी निभाने के लिए आपको लाइसेंसशुदा ब्रोकर बनना होगा। दरअसल लाइसेंस प्राप्त पेशेवर ब्रोकर निवेशकों की ओर से शेयर बाज़ार में इक्विटी खरीदते और बेचते हैं। ये ब्रोकरेज फर्मों के प्रतिनिधि के रूप में भी काम करते हैं और स्टॉक ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करते हैं। इन्हें ब्रोकिंग का लाइसेंस पाने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मार्किट्स (एन.आई.एस.एम.) का सर्टिफिकेट कोर्स करना होता है। साथ ही सेबी के नियमों का पालन करना होता है। एन.आई.एस.एम. इंस्टीट्यूट सेबी द्वारा ही संचालित है। 
आप सर्टिफिकेट होल्डर ब्रोकर बनने के बाद अपने निवेशकों को अनुसंधान की सलाह दे सकते हैं, उनके लिए सिक्योरिटीज़ एक्सचेंज से लेनदेन कर सकते हैं और इस क्षेत्र में निवेश की सभी तरह की सेवाएं चाहने वालों को प्रदान कर सकते हैं। स्टॉक ब्रोकर को इसके बदले में एक निश्चित कमीशन राशि मिलती है, जो ठीकठाक साख बनने के बाद हर महीने लाखों रुपये में होती है। अगर आप खरीदने बेंचने की बजाय सिर्फ निवेशकों को विशेषज्ञीय सलाह देते हैं तो एक सलाहकार के रूप में भी आप अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। क्योंकि अंतत: स्टॉक मार्किट में सारा कारोबार सलाहकारों की सलाह पर ही सम्पन्न होता है। सलाहकार बनने के लिए भी आपको एन.आई.एस.एम. निवेश सलाहकार प्रमाणन परीक्षा उर्त्तीण करनी होती है, जिसके लिए न्यूनतम क्वालिफिकेशन की कोई बाध्यता नहीं है। लेकिन निवेश सलाहकार प्रमाणन परीक्षा स्तर-1 पास करने के लिए आपको 90 स्वतंत्र मल्टीपल क्वेश्चन और 9 केसलेट/केस आधारित प्रश्नों के उत्तर 3 घंटों में लिखने होते है और इस परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक पाने ज़रूरी होते हैं जो कि 150 अंकों में से 90 अंक होते हैं। ध्यान रखिए इस परीक्षा का मूल्यांकन नेगेटिव मार्किंग के तहत होता है और हर प्रश्न के लिए निर्धारित अंकों में से गलत होने पर 25 प्रतिशत नकारात्मक अंकन किया जाता है।
वास्तव में इस परीक्षा का उद्देश्य व्यक्तिगत नियोजन, धन का समय मूल्य, ग्राहकों की वित्तीय स्थिति आदि का मूल्यांकन सिखाना होता है। इसमें ऋण प्रबंधन और ऋण की मूल बातों का भी मूल्यांकन करना सिखाया जाता है। इस परीक्षा को पास करने के बाद आप भारत के वित्तीय बाज़ारों और इक्विटी बाज़ारों के बारे में अच्छी तरह से समझ विकसित कर सकते हैं। विभिन्न किस्म के निवेश उत्पादों मसलन इक्विटी, ऋण, डेरिवेटिव और संबंधित पोर्टफोलियो, जैसे म्युअल फंड पोर्टफोलियो, प्रबंधन सेवाओं और वैकल्पिक निवेश फंडों की बेहतर जानकारी हासिल करते हैं। इस परीक्षा को पास करने के बाद आप वित्तीय बाज़ार को अच्छी तरह से समझ सकते हैं तथा स्टॉक मार्किट में अपना शानदार कॅरियर बना सकते हैं। स्टॉक मार्किट में अन्य महत्वपूर्ण कॅरियर इस प्रकार हैं-
=पोर्टफोलियो प्रबंधक बनना =अनुसंधान विश्लेषक बनना=निवेश बैंकर बनना =रिलेशनशिप मैनेजर बनना = पेशेवर निवेशक या व्यापारी बनना =शेयर बाजार संबंधित लेखक और पत्रकार बनना>
आप इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करके लोगों को स्टॉक मार्किट की ट्रेनिंग दे सकते हैं तथा उन्हें शेयर बाज़ार के संचालन का तौर तरीका सिखाकर भी ठीक ठाक कमाई कर सकते हैं। हालांकि इस सबके बावजूद इस बात को समझना ज़रूरी है कि हिंदुस्तान में स्टॉक ट्रेडिंग को कॅरियर के रूप में चुनना आसान नहीं है, क्योंकि भारत का स्टॉक बाज़ार बहुत तेज़ी से ऊपर नीचे होता है।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर