प्रयोग से खुद जानें क्या स्लिंकी जादुई खिलौना है ?

स्लिंकी एक पेचदार स्प्रिंग खिलौना है, जिसका आविष्कार 1940 के दशक की शुरुआत में रिचर्ड टी-जेम्स ने किया था। यह कई करतब दिखा सकता है, जिसमें एक सिरे से दूसरे सिरे तक सीढ़ियां चढ़ना शामिल है; क्योंकि यह गुरुत्वाकर्षण और अपनी गति की मदद से खुद को फैलाता है और फिर से बनाता है। गिराए जाने के बाद कुछ समय तक उड़ता हुआ दिखायी देता है। इन दिलचस्प खूबियों के कारण यह अमरीका में बहुत लोकप्रिय हुआ है और कई दूसरे देशों में स्लिंकी जैसे घटकों के साथ कई लोकप्रिय खिलौने बने हैं। 
बहरहाल, कुछ लोग स्लिंकी को उड़ता हुआ जादुई खिलौना मानते हैं। क्या वास्तव में ऐसा है? या स्लिंकी भी फिजिक्स के नियमों का पालन करता है? उत्तर जानने के लिए आप स्वयं प्रयास क्यों नहीं करते, तो अपने इस पसंदीदा टाइमलेस खिलौने को लो और अपने घर से बाहर मैदान में पहुंच जाओ। आपको स्लिंकी के साथ ही स्मार्टफोन की भी ज़रूरत पड़ेगी। इसके अतिरिक्त एक अन्य साथी को भी साथ ले लो, जो स्मार्टफोन को हैंडल कर सके।
इस प्रयोग के पहले चरण में आपको यह करना है कि आप स्लिंकी को जितना संभव हो सके उतना स्थिर पकड़ लें। फिर इसे छोड़ या गिरा दें और ध्यानपूर्वक देखें कि क्या होता है। है न अजीब! ऐसा लगता है कि स्लिंकी लेविटेट कर रहा है यानी हवा में ही उड़ रहा है। उसका निचला हिस्सा उस समय तक नीचे गिरना शुरू नहीं होता, जब तक टॉप नीचे आकर उससे मिल नहीं जाता है। लेकिन यह सब बहुत जल्दी से होता है। इसे अच्छी तरह से देखने के लिए आपको इसे धीमी स्पीड में देखकर जांच करनी होगी।
दूसरे चरण में पहले चरण की तरह ही स्लिंकी को स्थिर पकड़ लें। लेकिन इस बार अपने साथी से कहें कि वह स्लिंकी की ओर स्मार्टफोन को पॉइंट करे। कैमरा एप्प खोलें और उसे स्लो मोशन में रिकॉर्ड करने के लिए सेट कर दें। रिकॉर्डिंग जब शुरू हो जाये तो स्लिंकी को छोड़ दें। अपने स्लो मोशन वीडियो को देखें। क्या आपका स्लो मोशन फुटेज आपके सामान्य स्पीड अवलोकन से मैच खाता है? दोनों चरण तो समान थे, लेकिन क्या स्लो मोशन फुटेज में कुछ और बात नज़र आयी?
स्लिंकी का निचला हिस्सा बीच हवा में फ्लोट करता है जब तक कि बाकी स्लिंकी उससे आकर मिल नहीं जाती। लेकिन इसमें कोई जादू नहीं है। ऐसा टेंशन की वजह से होता है। दरअसल, हर कोइल का बल स्लिंकी को उसके सामान्य आकार में लाने का प्रयास करता है, ग्रेविटी के विरुद्ध पुल करते हुए। जब आप ऊपरी हिस्सा छोड़ते हैं तो उसे अगली कोइल टेंशन की वजह से नीचे खींचती है। फिर इसी तरह से होता रहता है। गिरते डोमिनो की ज़ंजीर की तरह कोइल एक साथ आ जाती हैं। लेकिन निचली कोइल उस समय तक मूव नहीं करती जब तक गिरती कोइल उस तक पहुंच नहीं जाती। जब सब कोइल नीचे आ जाती हैं तो टेंशन पूरी तरह से समाप्त हो जाता है और पूरी स्लिंकी गुरुत्वाकर्षण के कारण नीचे गिर जाती है।                   
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर