अपनी त्वचा से सांस लेने वाला  फेफड़ा विहीन सरटक

लंगलेस सैलमेंडर या फेफड़ा विहीन सरटक उत्तरी अमरीका का सरटक है। इसके न तो गलफड़े होते हैं और न ही फेफड़े। यह अपनी त्चचा से सांस लेता है। फेफड़ा विहीन सरटक की 150 प्रजातियां हैं। इनमें से एक को छोड़कर सभी उत्तरी अमरीका में पायी जाती हैं। एक प्रजाति फ्रांस और इटली में पायी जाती है। 
अधिकांश फेफड़ा विहीन सरटक जमीन पर रहते हैं, कुछ पानी में भी पाये जाते हैं। यह पत्थरों के नीचे, चट्टानों की दरारों यानी नमी वाली जगह पर रहना पसंद करते हैं। वर्जीनिया और उत्तरी केरोलिना के पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाने वाला 5 सेंटीमीटर लम्बा पिग्मी सरटक वृक्षों के खुरदरे तनों पर कई मीटर तक चढ़ जाता है। यह 20 मीटर तक ऊंचे वृक्षों पर पहुंचकर कभी-कभी पक्षियों के आवास को अपना घर बना लेता है। कैलिफोर्निया का पतला सरटक सांप जैसा होता है। अलग-अलग जगह पर रहने वाले सरटक की प्रजातियां अलग होती हैं, जिनमें कुछ सफेद रंग के होते हैं, जो अंधे होते हैं और कुंओं और गुफाओं में रहते हैं।  फेफड़ा विहीन सरटक छोटे आकार का सरटक है, जिसकी लम्बाई 4 सेंटीमीटर से 22 सेंटीमीटर तक होती है तथा शरीर का ऊपरी रंग काला, ग्रे या कत्थई होता है। लम्बी पूंछ वाले सरटक का शरीर 10 सेंटीमीटर का और पूंछ 18 सेंटीमीटर तक लम्बी होती है। फेफड़ा विहीन सरटक के चारो पैर छोटे होते हैं, यह अपनी त्वचा से सांस लेता है। इसके मुंह के पास के एक भाग में रक्तध्वनियों का एक गुच्छा होता है। उनका यह अंग फेफड़ाें की तरह काम करता है। यह मांसाहारी है। पानी में रहने वाले सरटक पानी के छोटे जीव और जमीन में रहने वाले सरटक छोटे कीड़े मकौड़े और उनके लारवे खाते हैं। 
 दो सप्ताह जमीन में रहने के बाद यह रेंगते हुए पानी में चले जाते हैं। सात से आठ महीने तक पानी में रहते हैं। जब इनकी लम्बाई 12 सेंटीमीटर हो जाती है, तो यह पानी से निकलकर दोबारा जमीन पर आ जाते हैं।
फेफड़ा विहीन सरटक के प्रमुख शत्रु सांप और मेंढ़क हैं। इसके पास आत्मरक्षा या आक्रामण के लिए कोई अंग नहीं होता, किन्तु वृक्षों पर रहने वाले सरटक के नीचे के जबड़े में एक विष दंत होता है, इससे काटकर यह अपनी रक्षा कर सकता है।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर