चापलूसों को जवाब

पुराने समय की बात है कि एक जंगल में बहुत से जानवर रहत थे। जानवरों की अधिकता होने के कारण जंगल के काम काज को ठीक ढंग से चलाने के लिए तथा कमजोर जानवरों के हितों को सुरक्षित करने के लिए जंगल के सभी जानवर मिलकर जंगल का राजा चुन लिया करते थी। वही राजा तब तक जंगल के प्रशासन को देखता था जब तक जंगल के सभी जानवर उसको इकट्ठे होकर बदलते नहीं थे। जंगल का बहुत ही बुद्धिमान जानवर एक हाथी अपनो मंत्रीमंडल के साथ कई वर्ष से जंगल का प्रशासन चला रहा था। मंत्रीमंडल के सदस्य भी कुशल बुद्धि वाले थे। जंगल में हाथी का एक बहुत ही घनिष्ठ मित्र था, जिसका नाम सोनल हिरण था। जंगल का राजा हाथी जंगल के सभी फैसलों में अपने मंत्रीमंडल के सदस्यों से विचार विमर्श तो करता था लेकिन करता वही था जो सोनल हिरण सुझाव देता था क्योंकि वह सदैव सच्चाई का साथ देने वाला जानवर था। हाथी के मंत्रीमंडल में कुछ ऐसे चापलूस जानवर भी थे जिन्हें यह बात पसंद नहीं थी कि हाथी सोनल हिरण की कही गई बात माने। उन्होंने बहुत बार प्रयास किया कि हाथी सोनल हिरण से सुझाव लेना और उन्हें मानना छोड़ दे लेकिन उनके प्रयास सफल नहीं हुए। उल्टा उन्हें हाथी से डांट खानी पड़ी लेकिन वह सोनल हिरण के विरुद्ध षडयंत्र रचने से नहीं हटे। 
उन्होंने हाथी की चापलूसी करनी नहीं छोड़ी। वह सोनल हिरण के विरुद्ध हाथी के कान भरते रहे। उन्होंने एक दिन आपस में सलाह मशवरा करके हाथी को कहा, मित्र हम तुम्हारे शुभ चिंतक है क्योंकि हम कई वर्ष से तुम्हारे साथ काम कर रहे हैं जंगल के बहुत से जानवरों को आपसे यह शिकयत है कि जंगल में आप सोनल हिरण की ही बात मानते हैं। मंत्रीमंडल का तो कोई अस्तित्व ही नहीं, यदि आपने सोनल हिरण की बात माननी नही छोड़ी तो जंगल के जानवर आपको राजा के पद से हटा कर किसी अन्य जानवर को जंगल का राजा बना देंगे। हाथी ने उन चापलूस जानवरों को कहा, मित्रो यह तो आपने बहुत अच्छा किया कि आपने मुझे समय पर बता दिया नहीं तो मुझे राजा के पद से हटना पड़ जाता। मैं आज ही जंगल के सभी जानवरों की सभा बुलाकर सोनल हिरण को जंगल छोड़ जाने का आदेश दे देता हूं। हाथी की बात सुनकर उसके मंत्रीमंडल के चापलूस जानवर मन ही मन ही बहुत खुश हुए। उन्होंने जंगल के जानवरों की सभा भी बुलाने में देर नहीं लगाई। जंगल के जानवरों की सभा शुरू हुई। 
हाथी ने जंगल के जानवरों को संबोधित करते हुए कहा, मित्रो मेरे मंत्रीमंडल के कुछ सदस्यों का यह कहना है कि आपको मेरे प्रति यह शिकायत है कि मैं जंगल के फैसलों में सोनल हिरण की बात ही मानता हूं। आप लोगों की यह शिकायत बिल्कुल ठीक है, मैं अपने मंत्रीमंडल के सदस्यों से विचार-विमर्श करने के बाद ही उससे सुझाव मांगता हूं क्योंकि वह बहुत बुद्धिमान है। यदि आप सभी इसे गलत मानते हो तो, मैं आज से ही जंगल के राजा का पद छोड़ रहा हूं, आप जिसे चाहें उसे जंगल का राजा बना सकते हो।हाथी की बात सुनकर चापलूस जानवर हैरान हो गए। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि यह क्या हो गया। सभा में बैठे कुछ जानवरों ने उठकर कहा, हाथी भाई जंगल के किसी भी जानवर को न आपसे कोई शिकायत है और न ही सोनल हिरण से, जंगल के सभी जानवर सोनल हिरण को मंत्रीमंडल में शामिल करने की सिफारिश करते हैं। जंगल के अन्य सभी जानवर एक आवाज में बोले, हम सब सोनल हिरण को मंत्रीमंडल में शामिल करने के पक्ष में है। सभा तालियों से गूंज उठी। चापलूस जानवरों को जवाब मिल चुका था।

-माधव नगर नंगल टाउन शिप
मो-98726 27136