नितीश के पाला न बदलने पर तेजस्वी का तन्ज़

नितीश कुमार द्वारा विगत समय में पाला (गठबंधन) बदलने को एक गलती बताने तथा हमेशा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ बने रहने की शपथ लेने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार पर तन्ज़ कसते हुए आरोप लगाया कि वह उनके पास दो बार हाथ जोड़ कर आ चुके हैं। तेजस्वी ने कहा कि राज्य की राजनीति में नितीश कुमार की विश्वसनीयता तथा प्रभाव दोनों ही खत्म होने के कगार पर हैं। तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी उन्हें पुन: जीवित करने की गलती नहीं दोहराएगी। इस दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नितीश कुमार की महागठबंधन में सम्भावित वापसी पर कहा कि यदि वह इस ओर नहीं आना चाहते तो रहने दें, यह अच्छा ही है। तेजस्वी यादव ने समस्तीपुर से अपनी ‘कार्यकर्ता संवाद यात्रा’ शुरू की है, जो पूरे राज्य का चक्कर लगाएगी। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य पिछली गठबंधन सरकार में उप-मुख्यमंत्री के रूप में अपने 17 माह के कार्यकाल में प्राप्त की गई उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताना है। 
मराठा आरक्षण के लिए फिर आन्दोलन 
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव निकट आते देख मराठवाड़ा के मराठा नेता मनोज जरांगे-पाटिल ने 16 सितम्बर से एक बार फिर आन्दोलन शुरू करने की धमकी दी है। सरकार के दो मंत्रियों ने हाल ही में उनके साथ चर्चा की थी, परन्तु उन्होंने आन्दोलन के अपने संकल्प को दोहराया है। मराठा आरक्षण के मुद्दे ने लोकसभा चुनाव में प्रमुख भूमिका निभाई थी। दूसरी ओर वंचित बहुजन अघाड़ी (वी.बी.ए.) पार्टी के नेता प्रकाश अम्बेडकर ने एक प्रैस कांफ्रैंस करके घोषणा की कि दलितों, ओ.बी.सी. तथा आदिवासियों का गठबंधन महाराष्ट्र में राजनीतिक बदलाव का नेतृत्व करेगा और आदिवासी कांग्रेस या भाजपा के इशारे पर काम नहीं करेंगे। ‘आप’ को विधानसभा चुनाव के लिए एम.वी.ए. के साथ हाथ मिलाने की उम्मीद है। हालांकि हरियाणा में उसका कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं हो सका था। इसके सदस्यों की इच्छा है कि उन्हें कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने का अवसर मिले, क्योंकि विरोधी भाजपा की नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ एकजुट रहेंगे। 
कांग्रेस-‘आप’ की नहीं बनी बात
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सहित प्रदेश कांग्रेस नेताओं द्वारा सीटों तथा आरक्षण के चयन पर असहमति के कारण हरियाणा में कांग्रेस-आम आदमी पार्टी (आप) गठबंधन की बातचीत असफल हो गई है। हालांकि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सम्भावित सहयोगियों को कुछ सीटें देकर राज्यों में ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रयोग को आगे बढ़ाने के इच्छुक हैं। कांग्रेसी सूत्रों का कहना है कि ‘आप’ का इस बात पर ज़ोर देना कि वह अपनी ओर से तय की गई सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी, बातचीत टूटने में निर्णायक बिन्दू था। जब पहली बार बातचीत शुरू हुई थी, ‘आप’ ने गठबंधन के हिस्से के रूप में 15-20 सीटों की मांग की थी, जबकि कांग्रेस 5 सीटों से अधिक देने को तैयार नहीं थी। ‘आप’ जहां जींद तथा पिहोवा जैसी सीटें लेने की इच्छुक थी, वहीं कांग्रेस ये सीटें देने को तैयार नहीं थी। 
राष्ट्रीय लोकदल भी जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ने का इच्छुक 
सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) भी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। आरएलडी झारखंड तथा महाराष्ट्र में भी चुनाव लड़ने की योजना बना रही है, यहां इस वर्ष के अंत तक चुनाव होने की सम्भावना है।
 दिलचस्प बात यह है कि आरएलडी हरियाणा में किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ेगी जबकि वहां जाटों की अच्छी आबादी है। आरएलडी प्रमुख तथा केन्द्रीय मंत्री जयंत चौधरी के इस फैसले ने पार्टी तथा भारतीय राजनीति के कई विशेषज्ञों को हैरान किया है। सूत्रों के अनुसार आरएलडी ने हरियाणा में भाजपा से दो सीटों की मांग की थी, परन्तु भाजपा नेतृत्व ने आरएलडी के साथ एक भी सीट साझा करने से इन्कार कर दिया। इसके अतिरिक्त उसने आरएलडी को हरियाणा से दूर रहने को कहा, जिसे बाद में स्वीकार कर लिया गया। 
अखिलेश का योगी सरकार पर निशाना 
उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उप-चुनाव के दृष्टिगत समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए पुलिस मुकाबलों में अपराधियों के मारे जाने को ‘फज़र्ी मुकाबले’ करार दिया। उन्होंने ‘फज़र्ी मुकाबलों में हत्याओं’ के आंकड़े भी साझा किए और दावा किया कि इन पुलिस मुकाबलों में मारे गए 60 प्रतिशत लोग पी.डी.ए.  (पिछड़े, दलित तथा अल्पसंख्यक समुदाय) के थे। 
अखिलेश यादव ने कहा कि 7 वर्ष से अधिक के भाजपा शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में कोई विकास का कार्य नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का सफाया करेगी और समाजवादी पार्टी के पी.डी.ए. की ताकत के सामने भाजपा टिक नहीं सकेगी। (आई.पी.ए.)