शोहरत की बुलंदियों से गुमनामी में गुम हुई फराह नाज़
बॉलीवुड अदाकारा फराह नाज़ ने अक्सर खुद को अपनी छोटी बहन तब्बू की छाया में गुम पाया। लेकिन 1990 के दशक के मध्य तक फराह का बहुत सफल कॅरियर था और वह शोहरत की बुलंदियों पर थीं। उन्होंने अपनी सफलता का रास्ता खुद ही बनाया था। फिर अपने पतन की कहानी भी उन्होंने खुद ही लिखी। उनके गुस्सैल स्वभाव ने उनके लिए ही मुश्किलें खड़ी कर दी थीं। अगर मीडिया रिपोर्ट्स को सही माना जाये तो दो बार उन्होंने ब्लेड से अपने हाथ की नस काट ली थी, मरने के लिए नहीं बल्कि अपने घर वालों पर दबाव डालने के लिए कि वह उनकी बात मान जायें। एक बार उन्होंने एक फिल्म के सेट पर गुस्से में चंकी पांडे को थप्पड़ मार दिया था और एक अन्य फिल्म सेट पर वह अनिल कपूर से झगड़ा कर बैठी थीं। फिर उन्होंने दारा सिंह के बेटे बिंदु दारा सिंह से शादी की और बड़े पर्दे से गायब हो गईं। फराह अपनी बहन तब्बू जितनी ही प्रतिभाशाली व सुंदर थीं, वह फिल्मोद्योग में बहुत कुछ हासिल कर सकती थीं, लेकिन उन्हें वह मकाम न मिल सका, जिसकी वह वास्तव में हकदार थीं और इसके लिए वह अपने अतिरिक्त किसी अन्य को दोष भी नहीं दे सकतीं हैं।
मात्र 17 साल की आयु में फराह को एक प्रमुख प्रोडक्शन हाउस ने डेब्यू करने का अवसर दिया था। उनकी पहली फिल्म ‘फासले’ थी, जिसके रिलीज़ होते ही वह उभरती हुई कलाकार के रूप में स्वीकार की जाने लगीं। इसके बाद सफल फिल्मों का एक सिलसिला आरम्भ हो गया- ‘ईमानदार’, ‘नसीब अपना अपना’, ‘यतीम’ आदि। वह इतनी कम आयु में सफलता व शुहरत को हैंडल नहीं कर पा रही थीं। फिर पूरे फिल्मोद्योग में यह अफवाह फैल गई कि उनका एक सहायक निर्देशक से अफेयर चल रहा है। आखिरकार उन्होंने बिंदु से शादी की और अभिनय से दूर हो गईं। अफेयर की तीव्रता को देखते हुए अन्य निर्देशक और प्रोडक्शन हाउस यह अनुमान लगाने लगे कि वह कम आयु में शादी कर लेंगी और वह उन्हें अपनी फिल्मों में लेने से कतराने लगे। इससे फराह का करियर प्रभावित होने लगा, हालांकि उन्होंने अधिकारिक तौर पर अपने अफेयर को कभी स्वीकार नहीं किया। एक अभिनेत्री किसी भी समय फिल्म छोड़कर जा सकती है, यह रिस्क कोई भी निर्माता नहीं लेना चाहता था। फराह ने जल्द ही अपना संबंध समाप्त कर दिया।
बिंदु से फराह की पहली मुलाकात 90 के दशक में एक फिल्म शूट के दौरान हुई थी। दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया और वह डेट करने लगे। दोनों के परिवार इस रिश्ते से सहमत नहीं थे। फराह की मां अपनी बेटी के लिए एक सफल पार्टनर चाहती थीं, जबकि दारा सिंह को अपने बेटे के लिए एक परम्परागत पत्नी चाहिए थी। अपने पैरेंट्स की राय न बदलने के कारण फराह व बिंदु ने अलग-अलग होने का फैसला किया। अलग होने के बाद दोनों ने एक-दूसरे से बोलना बंद कर दिया। बिंदु फिल्म शूट के लिए तमिलनाडु चले गये जहां कम्युनिकेशन के साधन नहीं थे। जब फराह व बिंदु कई दिनों तक एक-दूसरे से बोले नहीं तो उन्हें एहसास हुआ कि वह एक-दूसरे से अलग नहीं रह सकते। बिंदु की वापसी पर दोनों ने शादी करने का फैसला किया, पैरेंट्स भी मान गये और 1996 में उनकी शादी हो गई। 1997 में दोनों के एक बेटा हुआ, फतेह।
लेकिन जल्द ही दोनों के बीच मतभेदों की खाई चौड़ी होने लगी। 2002 तक फराह और बिंदु अलग हो चुके थे। बिंदु को जल्द ही मॉडल दीना उमारोवा से प्यार हो गया। यह रोमांस परवान चढ़ा, 2005 में दोनों ने शादी कर ली और बिंदु के जीवन में उम्मीदों से भरा एक नया अध्याय आरंभ हुआ। बिंदु ने फराह से तलाक के अनेक कारण गिनवाये और अपनी स्थिति की तुलना प्रेशर कुकर से की। टकराव व वैवाहिक मुद्दे समय के साथ तीव्र होते गये, जिससे अलग होने के अतिरिक्त कोई रास्ता न था। इन चुनौतियों के बावजूद उन्होंने दोस्त रहने की उम्मीद जतायी। हालांकि अब वह साथ भोजन नहीं करते हैं, लेकिन छुट्टियों की ग्रीटिंग्स एक-दूसरे को भेजते हैं। वे अपने बेटे की एक साथ परवरिश कर रहे हैं। फराह ने 2003 में सुमीत सहगल से शादी कर ली। फतेह इन्हीं के पास रहता है। सुमीत की मदद से फराह ने फिर से फिल्मों में वापसी की है। उन्हें शिखर व हलचल फिल्मों में प्रमुख किरदारों में देखा गया है। सुमीत की पहली पत्नी शाहीन से बेटी सय्येशा सहगल भी उनके साथ रहती है। इस प्रकार के मिश्रित परिवार विशिष्ट व सहयोगी वातावरण उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे सभी सदस्यों में प्रेम व सद्भाव की भावना आ सकती है। -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर