नायब सरकार द्वारा महिलाओं को 2100 रुपए महीना देने के ऐलान से विरोधी हैरान
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश की महिलाओं के साथ किए एक बड़े वायदे को पूरा करते हुए विरोधियों को हैरान कर दिया है। अभी तक यह माना जा रहा था कि अक्तूबर 2024 के चुनाव में भाजपा ने महिलाओं को 2100 रुपए महीना सहायता राशि देने का जो वायदा किया था, वह सिर्फ चुनावी जुमला साबित होगा और नायब सरकार यह वादा या तो पूरा नहीं कर पाएगी या फिर 2029 के विधानसभा चुनाव से पहले लोगों का मुंह बंद करने के लिए आधा अधूरा वादा पूरा किया जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री ने बतौर वित्त मंत्री हरियाणा सरकार का 2025-26 का जो बजट पेश किया, उस में महिलाओं को 2100 रुपए महीना देने के लिए व्यापक प्रावधान कर दिया था। उस समय भी विरोधियों का यही कहना था कि बजट में प्रावधान सिर्फ लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए किया गया है जबकि यह योजना वास्तव में लागू ही नहीं हो पाएगी। अगर लागू करने का मौका भी आया तो सरकार के आखिरी साल में इसे लागू किया जाएगा। पिछले पखवाड़े हुए हरियाणा विधानसभा के मॉनसून सत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शहरों व गांवों में 50 व 100 गज तक के प्लॉटों की रजिस्ट्री को शुल्क-मुक्त करके सभी को हैरान कर दिया था।
20 लाख महिलाओं को होगा लाभ
विधानसभा सत्र समाप्त होते ही अगले दिन मुख्यमंत्री ने हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक में प्रदेश की महिलाओं को 2100 रुपए महीना सहायता राशि देने की योजना को दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना का नाम देकर इसी महीने 25 सितम्बर से शुरू करने का ऐलान कर दिया है। इस योजना के तहत 23 साल से उपर और 60 साल से कम उम्र की करीब 20 लाख महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए आर्थिक सहायता मिलेगी। 60 साल की उम्र होने पर महिलाओं को अपने आप वृद्धावस्था सम्मान पैंशन योजना का लाभ मिलने लगेगा। शुरू में इस योजना का लाभ एक लाख रुपए से कम वार्षिक आय वाली महिलाओं को मिलेगा और एक परिवार में चाहे 2 या 3 महिलाएं हों वे सभी इस लाभ के लिए पात्र होंगी और उन सभी को यह लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले समय में चरणबद्ध तरीके से अन्य आय समूहों को भी इस योजना में शामिल करके उन्हें भी लाभ प्रदान किया जाएगा।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए अभी एक साल भी नहीं हुआ है और पहले साल में ही यह चुनावी वादा पूरा करके मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विरोधियों को हैरान कर दिया है। इस वादे के पूरा होने में इसलिए भी संदेह व्यक्त किया जा रहा था क्योंकि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने प्रत्येक महिला को एक हजार रुपए महीना देने का वायदा किया था। यह वायदा पंजाब की भगवंत मान सरकार के चौथे साल में भी पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में हरियाणा के लोगों द्वारा भी यह संदेह व्यक्त किया जा रहा था कि जब पंजाब सरकार महिलाओं को एक हजार रुपए महीना नहीं दे पाई, तो नायब सरकार महिलाओं को 2100 रुपए महीना कैसे दे पाएगी। इसके अलावा नायब सिंह सैनी ने बीपीएल परिवारों को 500 रुपए में गैस सिलैंडर देने का भी वादा किया था और इस वादे को भी पूरा करते हुए लागू कर दिया है।
1984 दंगों दौरान मारे लोगों के परिजनों को नौकरी
इस बार हरियाणा विधानसभा का मॉनसून सत्र कई मायनों में विशेष रहा। विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान हरियाणा में मारे गए 121 व्यक्तियों के पारिवारिक सदस्यों में से हरेक परिवार से एक-एक सदस्य को पहल के आधार पर सरकारी नौकरी दिए जाने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया कि 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों में हरियाणा के करीब 20 गुरुद्वारों, 221 मकानों, 154 दुकानों, 57 फैक्टरियों, 3 रेल डिब्बों और 85 वाहनों को जला दिया गया था। इन दंगों के दौरान 121 लोग मारे गए थे जबकि 58 व्यक्ति घायल हुए थे। जिन परिवारों के सदस्य 1984 के सिख विरोधी दंगों दौरान हरियाणा में मारे गए थे, वे आपसी सहमति से परिवार के किसी एक सदस्य का नाम जिले के डीसी के माध्यम से मुख्य सचिव कार्यालय में भिजवा दें ताकि उन्हें सरकारी नौकरी देने बारे अगली कार्यवाही जल्दी शुरू की जा सके। इसी मॉनसून सत्र में मुख्यमंत्री ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350 वें शहीदी दिवस के अवसर पर एक प्रस्ताव विधानसभा में रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
पड़ोसियों को दी 5-5 करोड़ सहायता
हरियाणा के खुद बाढ़ से प्रभावित होने के बावजूद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा पड़ोसी राज्यों पंजाब, हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर को 5-5 करोड़ रुपए यानी कुल 15 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दी गई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के इस कदम की सराहना हो रही है। इसके अलावा हरियाणा के लोगों द्वारा पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राशन, अनाज, पशुओं के लिए तूड़ी और अन्य सामग्री भी भारी मात्रा में भेजी जा रही है। इससे पड़ोसी राज्यों के बीच न सिर्फ मजबूत भाईचारा नजर आ रहा है बल्कि यह भी दर्शाता है कि राजनीतिक मतभेद चाहे जो भी रहे हों, संकट के समय सभी देशवासी और राजनीतिक दल अपनी राजनीतिक लीक से हटकर एक-दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इस समय हरियाणा में भी भारी बारिश के कारण प्रदेश के अनेक जिले और हजारों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इसी के साथ ही हरियाणा के साथ लगते राज्य पंजाब व हिमाचल के अलावा जम्मू-कश्मीर के अनेक क्षेत्र भी भारी बारिश व बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। इस प्राकृतिक आपदा से आपस में मिलजुलकर ही निपटा जा सकता है और यह पूरे देश व दुनिया के लिए एक बड़ा संदेश भी है।
प्रशासन पर बनाई पकड़
करीब डेढ़ साल पहले जब हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के स्थान पर नायब सिंह सैनी को भाजपा आलाकमान ने हरियाणा के मुख्यमंत्री की बागडोर सौंपी थी, उस समय विरोधी उन्हें कभी डम्मी तो कभी कमजोर मुख्यमंत्री कहते थे। तब यह माना जा रहा था कि हरियाणा में भाजपा की स्थिति बेहद कमजोर है और 8 महीने बाद होने वाले चुनाव में शायद भाजपा दोहरे अंक की संख्या तक भी न पहुंच पाए। उस समय यही शोर था कि हरियाणा में भाजपा के स्थान पर कांग्रेस सत्ता की मजबूत दावेदार है लेकिन नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले उन सभी फैसलों को बदलने का काम किया, जिन फैसलों को लेकर प्रदेश के लोगों में नाराजगी पाई जा रही थी। इसी के साथ उन्होंने भाजपा कार्यकर्त्ताओं में जोश भरने के लिए प्रदेश का हर कोना नाप दिया और दिन-रात जुटे रहे। हरियाणा में इससे पहले आज तक कभी किसी भी पार्टी की लगातार तीसरी बार सरकार नहीं बनी थी। नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में भाजपा ने न सिर्फ तीसरी बार सरकार बनाई बल्कि पहली दो बार बनी भाजपा सरकारों के मुकाबले ज्यादा सीटें भी हासिल कीं। उन्होंने मुख्यमंत्री बनते ही सीएम आवास के दरवाजे आम लोगों के लिए खोल दिए और हर रोज सुबह-शाम सीएम आवास पर आने वाले हजारों लोगों को खुद मिलकर उनकी दुख-तकलीफों और शिकायतों को सुनते हैं और उनकी समस्याओं को हल करने का भी प्रयास करते हैं। वहीं उन्होंने प्रशासन पर भी धीरे-धीरे अपनी पकड़ मजबूत करके विरोधियों को चुप करवा दिया है।
मो.-9855465946