बाल कविता-मैं तो एक बच्चा हूं

मैं तो एक बच्चा हूं
मैं तो एक बच्चा हूं
मन का मैं सच्चा हूं।
मुझको कोई गम नहीं
मैं सबसे अच्छा हूं।
झूठ-मूठ की बातों से
मैं नफरत करता हूं।
जो भी कहता हूं
बस सच कहता हूं।
अकल का मैं कच्चा हूं।
मैं तो एक बच्चा हूं।
धन-दौलत की मुझको
थोड़ी भी लालच ना।
सोने-चांदी-हीरे-मोती की
हमको कोई चाहता ना।
मैं कितना अच्छा हूं...
मैं तो एक बच्चा हूं।
मैं जब बड़ा हो जाउंगा
लालच मन में ना लाउंगा।
सच्चाई की राह पर
चलना सबको सिखलाउंगा।
फूल अभी मैं कच्चा हूं...
मैं तो एक बच्चा हूं
मैं सबसे अच्छा हूं। (सुमन सागर)
-बद्री प्रसाद वर्मा अनजान

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