गर्भावस्था में ओरल हाइजीन के प्रति कितनी सजग हैं आप ?

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन के कारण उनमें मसूड़ों की बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है। इस दौरान शरीर में प्रोजेस्ट्रोन का स्तर बढ़ जाता है और मसूड़ों की बीमारी जिंजीवाइट्स की समस्या हो सकती है। मसूड़ों में जलन पैदा करने वाले बैक्टीरिया, रक्त प्रवाह के साथ गर्भ में पल रहे भू्रण तक भी पहुंच जाते हैं, जिससे समयपूर्व प्रसव हो सकता है। 
शिशु का वज़न कम रहना, समयपूर्व प्रसव के कारण उनमें फेफ ड़ों की बीमारी, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता, देखने व सुनने की समस्याएं हो सकती हैं। मसूड़ों की बीमारियों का इलाज आसानी से संभव है और इनकी रोकथाम भी आसानी से की जा सकती है। इसका सीधा संबंध ओरल हाइजीन से है। 
गर्भावस्था में ओरल हाइजीन के प्रति कितनी सजग हैं आप, इसके बारे में हम आपसे कुछ सवाल पूछ रहे हैं, इन सवालों की रोशनी में अपने आपको परखिए और जानें-
1. अभी आप गर्भावस्था के दौरान आप नियमित गाइनोकोलोजिस्ट के पास चैकअप के लिए जाती हैं। दांतों की नियमित चैकअप के बारे में आप-
क. नियमित दांतों का भी चैकअप कराने जाती हैं।
ख. मुझे गाइनोकोलोजिस्ट की जरूरत है, डेंटिस्ट की नहीं।
ग. मेरे दांतों का स्वास्थ्य सही है, मुझे क्या जरूरत है?
2. आप मसूड़ों की बीमारी से ग्रसित हैं, ऐसे में आप-
क. अपनी गाइनी से सलाह लेकर ही डेंटिस्ट से कंसल्ट करती हैं। 
ख. जैसा पहले चल रहा है, वैसे ही चलने देती हैं।
ग. इस ओर कोई ध्यान नहीं देतीं।
3. मॉर्निंग सिकनेस के कारण बार-बार उल्टी से मुंह का स्वाद खराब होता है, मुंह के एसिड से दांतों की सतह काफी कमज़ोर हो जाती है, ऐसे में-
क. तुरंत ब्रश करती हैं।
ख. माऊथवाश से कुल्ला करती हैं।
ग. बिना कुल्ला किये ऐसे ही रहती हैं।
4. इस दौरान अगर आपको पता चले कि मसूड़ों में जिंजीवाइट्स का संक्त्रमण हो रहा है तो ऐसे में आप-
क. नियमित चैकिंग के बाद स्कैलिंग व क्लीनिंग करवाती हैं।
ख. इसे गर्भावस्था में होने वाला सामान्य परिवर्तन समझती हैं।
ग. गर्भावस्था के बाद यह सही हो जायेगा सोचती हैं।
5. इस दौरान दांतों की सफ ाई का आपका रूटीन कैसा है?
क. पहले की तरह दिन में दो बार ब्रश करती हैं।
ख. पहले करती थी, अब नहीं करती।
ग. पहले भी जरूरी नहीं समझती थीं, अब तो बिल्कुल ध्यान नहीं देतीं।
निष्कर्ष
 अगर आपने सभी सवालों के उन्हीं जवाबों पर टिक किया है, जो वास्तव में आप सोचती हैं तो गर्भावस्था के दौरान ओरल हाइजीन के प्रति आपकी सजगता कुछ इस प्रकार है।
क. अगर आपने 10 या इससे कम अंक हासिल किये हैं तो समझ जाइये आप ओरल हाइजीन के प्रति न तो गर्भावस्था से पहले सजग थीं और अब जब आपको ज्यादा सजग होना चाहिए, अब ज्यादा लापरवाह हैं।
ख. अगर आपने 10 से ज्यादा मगर 15 से कम अंक हासिल किये हैं तो आप इस दौरान ओरल हाइजीन के प्रति काफी हद तक सजग हैं लेकिन अपेक्षा से काफी कम सजग हैं।
ग. अगर आपके हासिल अंक 15 से ज्यादा हैं तो ओरल हाइजीन के प्रति सजग रहकर आप अपने प्रति ही नहीं, बल्कि अपने आने वाले बच्चे के स्वास्थ्य के प्रति भी सजग और सचेत हैं।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर 
—प्रस्तुति-पिंकी अरोड़ा