ब्यास दरिया में बाढ़,  सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद

मुकेरियां, 13 अगस्त (अ.स.): गत रात से पहाड़ों व पंजाब के हिमाचल के साथ लगते क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के कारण दरिया ब्यास में बाढ़ आ गई है, जिस कारण दरिया ब्यास के किनारे पर बसे गांव सोतला, हलेड़, कौलियां, मेहताबपुर, मियाणी, मलाहां, हरसा कलोता, नौशहरा पत्तन, मौली की फसल पानी में डूब चुकी है। एसडीएम मुकेरियां आदित्य उप्पल ने दरिया ब्यास के मंड में बसे गुज्जराें के डेरों व डेरों में रहते किसानों को मंड क्षेत्र छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के आदेश दिए हैं। प्रशासन द्वारा किसी भी आपातकालीन हालात से निपटने के लिए नावों का भी प्रबंध किया गया है ताकि बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। बाढ़ आने का बड़ा कारण चक्की दरिया जोकि मीरथल के नज़दीक दरिया ब्यास में मिल जाता है उसमें भारी मात्रा में पानी आ रहा है। दूसरी ओर कस्बा मीलवां में बाढ़ को रोकने के लिए बनाया गया धुस्सी बांध टूट कर सारा पानी दरिया में आ जाने के कारण स्थिति गम्भीर बन चुकी है। लोगों का कहना है कि हम पिछले कई वर्षों से बाढ़ रोधक प्रबंध पुख्ता करने के लिए प्रशासन से बार-बार अपील कर चुके हैं परंतु सिवाय झूठे आश्वासनों के कुछ भी काम नहीं किया गया, जिस कारण आज हमें फसलों का भारी नुक्सान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष समिति सदस्य शम्भू भारती के नेतृत्व में एसडीएम मुकेरियां के कार्यालय समक्ष इन गांवों के लोग धरने पर बैठे थे, फिर प्रशासन द्वारा लोगों के साथ बाढ़ रोधक प्रबंध पुख्ता करने के वादे के पश्चात् धरना उठा लिया था परंतु एक वर्ष  फिर बीत गया परंतु प्रशासन ने अपना वादा पूरा नहीं किया, जिस कारण इस वर्ष बाढ़ से हमारी सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। लोगों की पंजाब के मुख्यमंत्री से मांग है कि लोगों की सुरक्षा के लिए बाढ़ रोधक प्रबंध पुख्ता करने के लिए उचित ग्रांट तुरंत जारी की जाए।