क्रूड ऑयल बढ़ने से रूबल मुद्रा तेज़

नई दिल्ली, 13 जनवरी (एजैंसी) : गत सप्ताह प्रमुख विदेशी मुद्राओं में रूबल अन्य मुद्राओं की तुलना में गरम हो गई। मुख्य कारण कच्चे तेल के दाम बढ़ने से यह असर दिखाई दिया। प्राइवेट मुद्रा बाजारों में रुपए की अपेक्षा रूस मुद्रा रूबल इस अवधि में 1.01 से बढ़ते हुए अंतिम सत्र के दौरान 1.04 रुपए का सुना गया। इसके अलावा अमेरिकन डॉलर के सामने भी रूबल मुद्रा 68.12 से बढ़त लेकर अंत में 66.90 प्रति डॉलर पर कारोबार करते सुनी गयी। आलोच्य सप्ताह कच्चे तेल के भाव विदेशों में करीब 4 डॉलर बढ़कर अंतिम सत्र में 51.70/52 डॉलर प्रति बैरल के बीच घूमता सुना गया। तेल उत्पादक देशों द्वारा सप्लाई में कटौती किये जाने के  संकेतों से ऐसा माना जा रहा था कि कच्चे तेल के दाम कुछ और बढ़ सकते हैं। कच्चे तेल के दाम बढ़ते देखकर अमेरिका अपनी तेल इन्वेंटरी में तेजी ला सकता है। तेल की तेजी एवं अमेरिका की घरेलू बिक्री तथा मुद्रास्फीति पर अमेरिकन फैड रिजर्व की गत सप्ताह हुई बैठक में देश-विदेश के बाजारों का फोकस होने से मुद्रा बाजारों में बड़ा उतार-चढ़ाव देखा गया। यूएस मुद्रा की तुलना में रूस मुद्रा रूबल पूरे सप्ताह बढ़त में सुना गई। यह 68.12 से लगातार बढ़ते हुए अंत में 66.90 प्रति डॉलर पर कारोबार करते देखी गयी। इसके अलावा भारतीय मुद्रा रुपये के सामने भी रूबल ने अपना बर्चस्व बरकरार रखा तथा यह 1.01 से लगातार बढ़त बनाते हुए अंत में 1.04 रुपए पर व्यापार करते सुनी गयी। वहीं भारत सरकार द्वारा गत सप्ताह जीएसटी काउंसिल की बैठक मे महत्वपूर्ण फैसले को देखते हुए बाजारों में कामकाज सुस्त हो जाने की खबरों से रुपये के सामने अमेरिकन डॉलर 69.52 से बढ़त लेकर अंत में 70.27 रुपए का हो गया। इसी तरह पौंड भी रुपए के सापेक्ष 88.12 से बढ़ते हुए अंत में 89.88 रुपए पर कारोबार सुना गया।