चीनी उत्पादन बढ़ा : लम्बी तेजी की गुंजाइश नहीं

नई दिल्ली, 24 फरवरी (एजेंसी): गत सप्ताह चीनी में लगातार मंदे का दौर बना रहा, क्योंकि मिलों में गत वर्ष के समानावधि की तुलना में उत्पादन 10 प्रतिशत के करीब बढ़ चुका है तथा पुराना स्टॉक भी ज्यादा बचा है, जिससे अधिकतर मिलों में 50/60 रुपए प्रति क्विंटल का मंदा आ गया। सप्ताहांत में समर्थन मूल्य के नजदीक घटकर भाव आते ही 15/20 रुपए मिलों ने भाव बढ़ा दिये, जबकि बिक्री अधिक नहीं हुई। इन परिस्थितियों को देखकर लम्बी तेजी बिल्कुल नहीं लग रही है। आलोच्य सप्ताह चीनी का उत्पादन अनुमान 226 लाख टन के करीब पहुंचने का मिलों में चर्चा थी। जो गत वर्ष की समानावधि की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक रही। दूसरी ओर चीनी का पुराना स्टॉक अभी भी मिलों व वितरक मंडियों में फंसा पड़ा है। जिससे लम्बे समय तक लम्बी तेजी नहीं लग रही है। चीनी मिलों में डीओ उक्त अवधि के अंतराल 50/60 रुपए घटाकर यूपी में 3100/3140 रुपए तक नीचे में बन गये थे। चूंकि सरकार सरकार का समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है इसलिए नीचे में यह भाव बनते ही वितरक मंडियों की पूछपरख बढ़ गयी तथा मिलों ने 15/20 रुपए बढ़ाकर बोल गये। यही कारण है कि सप्ताह के अंतिम दो दिनों में बाजार थोड़ा सुधर गये थे, लेकिन 50/60 रुपए की तेजी में माल बेचते रहना चाहिए।