बनें मिक्सोलॉजिस्ट बनाएं करियर परफैक्ट

अगर आपको दुनिया के पारंपरिक कॅरियर अच्छे नहीं लग रहे या आप 10 से 6 की नौकरी नहीं करना चाहते तो आपके लिए मिक्सोलॉजिस्ट बनना का एक बेहतरीन कॅरियर हो सकता है। मिक्सोलॉजिस्ट दरअसल लिक्विड शेफ को कहते हैं। लिक्विड शेफ का मतलब बार टेंडर नहीं है। लिक्विड शेफ कई रेस्पीयों को अपने आइडिये से ईजाद करते हैं। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि लिक्विड शेफ को वास्तव में कॉकटेल पेश करना होता है।
यह कॅरियर वैसे तो देश के छोटे शहरों में भी बनाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए अभी आदर्श मंजिल देश के बड़े शहर या महानगर ही हैं। यहां बड़े-बड़े रेस्टोरेंट, होटल्स और मल्टी नेशनल फूड ज्वाइंट मौजूद हैं। सबसे ज्यादा लाइफस्टाइल रेस्त्रां में लिक्विड शेफ की मांग रहती है। वास्तव में हिंदुस्तान के पांच सितारा होटलों और देश भर के शहरों में हाल के सालों में तेज़ी से उभरे लाइफस्टाइल रेस्टोरेंट आजकल मिक्सोलॉजिस्ट की सेवाएं भरपूर रूप से ले रहे हैं। चूंकि इन दिनों लोग अपने खानपान को लेकर सजग हो रहे हैं और बड़ी तादाद में उसमें बदलाव भी कर रहे हैं। इसलिए वे डाइट के विकल्प के रूप में आजकल लिक्विड डाइट भी लेते हैं। लोगों की इस बदली हुई आदत में मिक्सोलॉजिस्टों की बड़ी भूमिका है। अब विदेशों की तरह हिंदुस्तान में भी मिक्सोलॉजिस्टों की ठीक ठाक मांग है। मिक्सोलॉजिस्ट या लिक्विड शेफ का मुख्य काम फूलों और पत्तों के रस से नए फ्लेवर विकसित करना है। इस क्षेत्र में अपनी क्रिएटिविटी के जरिये आप बहुत कम समय ही महत्वपूर्ण रुतबा हासिल कर सकते हैं। लेकिन इसके पहले इस क्षेत्र में अपना नाम जमाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है और नये-नये आइडिया विकसित करने पड़ते हैं।
इसीलिए इस क्षेत्र में कॅरियर बनाने वालों को सलाह दी जाती है कि वे मॉलिक्युलर मिक्सोलॉजी के साथ-साथ फूड साइंस पर भी अपनी पकड़ बनाएं ताकि उनकी उपयोगिता दोहरी हो जाए। चूंकि फूड के साइंटिफिक नॉलेज की बदौलत ही नए फ्लेवर ईजाद किये जाते हैं इसलिए मिक्सोलॉजिस्ट के साथ फूड साइंटिस्ट होना कोई मुश्किल नहीं है। इन दिनों कोरोना आपदा के बाद तेज़ी से पर्यटन इंडस्ट्री बढ़ी है, बड़े पैमाने पर विदेशी पर्यटक आ रहे हैं, इसलिए महानगरों के तमाम रेस्त्रां अपना मेकओवर करके ग्लोबल चेहरा पा रहे हैं। इसलिए दिल्ली, मुंबई, बंग्लुरु, हैदराबाद, पुणे और कोलकाता जैसे शहरों में मिक्सोलॉजिस्टों की अच्छी खासी मांग है। इसलिए तमाम रेस्टोरेंट इन प्रोफेशनल्स यानी मिक्सोलॉजिस्ट को कोई भी कीमत देकर अपने यहां रखना चाहते हैं। यही नहीं जैसे-जैसे देश में खानपान को लेकर सजगता बढ़ेगी, लोग अपनी सेहत के प्रति कंसर्न फील करेंगे, वैसे-वैसे मिक्सोलॉजिस्टों की मांग बढ़ेगी। इसलिए इस अनोखे कॅरियर में वर्तमान में तो संभावनाएं है हीं, भविष्य में कई गुना ज्यादा संभावनाएं हैं।
सवाल है इस क्षेत्र में कॅरियर कैसे बनाएं? सबसे पहली बात तो यह है कि अगर आप मिक्सोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं तो आपमें जबरदस्त कम्युनिकेशन स्किल होनी चाहिए। काम करने का एक एनर्जी लेबल होना चाहिए। टीम के साथ सहयोग करने वाला स्वभाव होना चाहिए और ड्यूटीज को लेकर दिल दिमाग में फ्लैक्चुएलटी होनी चाहिए। जैसा कि हम जानते है यह 10 से 6 का जॉब नहीं है। क्रिएटिविटी और कल्पनाशीलता इस प्रोफेशन में आने और होने के बुनियादी मांग है। जहां तक शैक्षिक डिग्री की बात है तो इस मामले में यह क्षेत्र काफी खुला हुआ। यहां किसी खास डिग्री की बहुत महत्ता नहीं है। हालांकि अगर आप होटल मैनेजमेंट से ग्रेजुएट हैं या कुलिनरी आर्ट से ग्रेजुएट हैं तो इस क्षेत्र में आपको पहली प्राथमिकता मिलेगी। अगर कुलिनरी या होटल मैनेजमेंट की डिग्री नहीं है तो भी इस क्षेत्र में आप कॅरियर बना सकते हैं, बशर्ते आपमें क्रिएटिविटी हो, कल्पनाशीलता हो और सौंदर्यबोध हो। अगर आपके पास बार टेंडिंग लाइंसेस है तो सोने में सुहागा हैं। आप किसी कंपनी में इसका सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं या अल्पकालिक भुगतान प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में भी हिस्सा ले सकते हैं, उससे भी आपको प्रमाण-पत्र मिल जाता है।
जहां तक इस क्षेत्र में जॉब की संभावनाओं की बात है तो जैसे-जैसे हॉस्पिटेलिटी का क्षेत्र बेहतर हो रहा है, इस क्षेत्र में अच्छी खासी जॉब संभावनाएं पैदा हो रही हैं। आजकल मार्किटिंग इवेंट्स कराने वाली कंपनियां भी मिक्सोलॉजिस्ट को हायर करती हैं। अगर आप नौकरी न भी करना चाहें तो इस क्षेत्र में फ्रीलांस के तौर पर भी काम मिलने की खूब संभावनाएं हैं। एक अच्छे मिक्सोलॉजिस्ट को फ्रीलांस के तौर पर किसी इवेंट में एक रात के ढाई से तीन हजार रुपये मिल जाते हैं। अगर क्लब, रेस्त्रां आदि में नौकरी की बात है तो एक ठीक-ठाक रेस्त्रां किसी मिक्सोलॉजिस्ट को आराम से 20 से 25 हजार रुपये की शुरुआती नौकरी दे सकता है। इस तरह देखें तो इस क्षेत्र में आमतौर पर 3 से 4 लाख रुपये वार्षिक की नौकरी मिलनी मुश्किल नहीं है। 
 -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर