गर्म बर्फ पानी में डूब जाती है!
‘सर, एक बार आपने ठंडे उबलते हुए पानी के बारे में बताया था, जो मेरी समझ में तो आ गया था, लेकिन मैं आज तक उस बात को लेकर आश्चर्यचकित हूं,’ मेरे एक छात्र ने कुछ दिन पहले क्लास में कहा था।
‘लेकिन कुछ चीज़ें तो इससे भी आश्चर्यजनक हैं,’ मैंने उसकी जिज्ञासा बढ़ाते हुए कहा।
‘कैसे? कोई उदहारण दीजिये।’
‘हॉट आइस या गर्म बर्फ।’
‘सर, यह कैसे मुमकिन है। अब आप बहका रहे हैं। बर्फ कहां गर्म होती है। गर्म होते ही तो बर्फ पानी बन जायेगा।’
‘मैं मज़़ाक नहीं कर रहा। गर्म बर्फ वास्तव में संभव है।’
‘किस तरह से? जीरो डिग्री सेल्सियस के ऊपर तो पानी ठोस अवस्था में रह ही नहीं सकती, आपने ही पढ़ाया था।’
‘दरअसल, हमें इस विचार की आदत पड़ गई है कि पानी जीरो डिग्री सेल्सियस के ऊपर ठोस अवस्था में रह ही नहीं सकता। इस विचार को बदलने की आवश्यकता है।’
‘क्यों?’
‘भौतिकशास्त्री ब्रिडगमैन ने साबित किया है कि यह विचार दुरुस्त नहीं है।’
‘किस तरह और किस प्रयोग के माध्यम से?’
‘सबसे पहले तो यह जान लें कि अति हाई प्रेशर के तहत पानी ठोस हो जाता है और इसी अवस्था में जीरो डिग्री सेल्सियस तापमान से ऊपर में भी बना रहता है। ब्रिडगमैन ने साबित किया कि एक से अधिक प्रकार के बर्फ होते हैं। इस बर्फ को उन्होंने ‘आइस नंबर 5’ का नाम दिया, जिसे 20,600 एटमोसफेयर के जबरदस्त दबाव में हासिल किया गया और जो 76 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर भी ठोस रहता है।’
‘वाउ!’
‘यह गर्म बर्फ इतना गर्म होती है कि हमारी उंगलियों को झुलसा सकता है बशर्ते कि हम इसे स्पर्श कर पाएं।’
‘हम गर्म बर्फ को छू क्यों नहीं सकते?’
‘चूंकि गर्म बर्फ शक्तिशाली प्रेस के तहत ऐसे वेसल में तैयार किया जाता है जिसकी बहुत मोटी दीवारें बेस्ट ग्रेड स्टील से बनी होती हैं। हम इसे देख भी नहीं सकते और इसकी सभी विशेषताओं को अप्रत्यक्ष तौर पर जाना गया है। सामान्य बर्फ की तुलना में गर्म बर्फ पानी से भी अधिक घनी होती है। इसकी स्पेसिफिक ग्रेविटी 1.05 होती है और यह पानी में डूब जाती है जबकि सामान्य बर्फ पानी में तैरते रहती है।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर