गर्मी बढ़ने के बावजूद राज्य के कई क्षेत्रों में हुई वर्षा के कारण : बिजली की खपत का आंकड़ा 5100 मैगावाट के करीब अटका

पटियाला, 13 अप्रैल (जसपाल सिंह ढिल्लों): इस समय गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। राज्य में तापमान में वृद्धि हो रही है, पंजाब के कई क्षेत्रों में बरसात भी हुई है, जिसने फिलहाल तापमान को ऊपरी आंकड़े की ओर जाने से ब्रेक लगाई है। इसका सीधा प्रभाव बिजली की खपत पर हुआ है। इस सम्बन्धी ताजा आंकड़े बताते हैं कि बिजली की खपत इस समय 5100 मैगावाट से थोड़ी सी ऊपर है। यदि कुछ दिन पहले के बिजली खपत के आंकड़े देखे जाएं तो यह 6000 मैगावाट के करीब पहुंच गई थी। इस समय राज्य में कई नहरों के भीतर बंदी की है जिनका वार्षिक मुरम्मत की जानी है जिस कारण नहरों को अगले दो से तीन सप्ताह हेतु बंद किया गया है जिसका प्रभाव राज्य के पण बिजली उत्पादन पर पड़ा है। इस समय राज्य का पण बिजली उत्पादन 271 मैगावाट है, इस समय आनंदपुर साहिब पण बिजली घर का उत्पादन ठप्प है। इसी तरह मुकेरियां पन बिजली घर का उत्पादन भी बंद किया हुआ है। इस अवसर पर रणजीत सागर डैम के एक यूनिट से 129 मैगावाट, अपरबारी दोआब कैनाल प्रोजैक्ट से 41 मैगावाट एवं हिमाचल प्रदेश के शानन पन बिजली घर से 106 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। इस समय बिजली निगम के ताप बिजली घर से 510 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। इसमें लहरा मुहम्मत के गुरु गोबिन्द सिंह सुपर ताप बिजली घर के एक यूनिट से 177 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। इसी तरह गुरु गोबिन्द सिंह सुपर ताप बिजली घर के एक यूनिट से 177 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। दूसरी ओर निजी क्षेत्र के ताप बिजली घरों से इस समय 2339 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। इसमें राजपुरा के नलास ताप बिजली घर के एक यूनिट से 659 मैगावाट, तलवंडी साबो के ताप बिजली घर के 3 यूनिटों में से 1535 मैगावाट एवं जीवीके ताप बिजली घर गोइंदवाल साहिब के एक यूनिट से 145 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। यदि नवीन स्रोत जिसमें सौर ऊर्जा भी शामिल है, ऐसे बिजली घरों में से 188 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। बिजली निगम के प्रवक्ता का कहना है कि अगले दिनों में बिजली की खपत ओर बढ़ेगी।