नई आवक बढ़ने से गेहूं व इसके उत्पाद टूटे 

नई दिल्ली, 20 अप्रैल (एजैंसी) : गत सप्ताह नये गेहूं की आवक दिल्ली-एनसीआर की मंडियों में 30-32 हजार बोरी से बढ़कर औसतन 55-56 हजार बोरी दैनिक होने लगी। जिसके चलते 20/30 रुपए प्रति क्विंटल का मंदा आ गया। इसके समर्थन में आटा, मैदा, सूजी के भाव भी 50/60 रुपए प्रति 50 किलो लुढ़क गये। बारीक चावल में भी मिलिंग बेपड़ता होने के बावजूद मुनाफावसूली बिकवाली आने एवं निर्यातकों की मांग ठंडी पड़ जाने से 200 रुपए का मंदा आ गया। दलहनों में 50 रुपए ऊपर-नीचे होकर सप्ताहांत में खामोशी रही। आलोच्य सप्ताह गेहूं की सरकारी खरीद 10-11 लाख टन के करीब हो जाने की खबर मिली। सरकारी खरीद के बावजूद  गेहूं की आवक लगभग दुगुनी हो जाने से 20/30 रुपए गिरकर यहां मिल क्वालिटी गेहूं के भाव 1880/1900 रुपए रह गये। कुछ चक्कियों ने 1905/1910 रुपए तक भी खरीद किया, क्योंकि उनकी संख्या दो-तीन प्रतिशत रही। गेहूं का दबाव बढ़ने एवं दिल्ली से बाहर की मिलों में आटा, मैदा, सूजी के भाव टूट जाने से यहां चालानी मांग घट गई, जिससे 50 रुपए घटकर आटा 1040 रुपए, मैदा 1110 रुपए एवं सूजी 1200 रुपए प्रति 50 किलो रह गये। इसके अलावा चावलों में घरेलू निर्यात मांग कमजोर होने के साथ-साथ स्टॉकिस्टों की मुनाफावसूली बिकवाली आने से 200 रुपए गिरकर 1121 सेला 7100/7200 रुपए एवं स्टीम 8100/8200 रुपए प्रति क्विंटल रह गये।