केशोपुर छंब में इस बार ज्यादा संख्या में पहुंचे विदेशी पक्षी

गुरदासपुर, 15 नवम्बर (भागदीप सिंह गोराया) : गुरदासपुर से कुछ दूरी पर पड़ते केशोपुर छंब को पंजाब सरकार द्वारा कम्युनिटी रिज़र्व घोषित किया था। यह छंब पांच गांवों की पंचायती ज़मीन जिनमें केशोपुर, डाला, मोटवां, मगर मूधीयां और मियानी आदि गांवों की करीब 850 एकड़ ज़मीन में फैला हुआ है। सर्दियों का मौसम शुरू होते ही इसमें  25000 के करीब साइबेरिया, चीन और यूरोपियन देशों से अलग-अलग किस्मों के पक्षी हज़ारों मील सफर तय करके इस छंब में आने शुरू हो जाते हैं। यदि इस बार की बात करें तो अब तक 5 हज़ार के करीब अलग-अलग देशों से पक्षी यहां आ चुके हैं। इस बार पक्षियों की आमद पिछले साल की अपेक्षा इस महीने में ज़्यादा है। इस छंब में इंडियन मरहेन, हालवाल, पिनटेल, कामन टील, विजउन, संवेलर, लार्ज कामोरैट, कामन पैचरड, रिवर टैरन, ब्लैक हैडिड गुल, ब्रौन हैडिड गुल, बस्ट ईगल, मार्श हैरियन, लिटल इगरेट, मेडन इगरेट, वाइट बरैसड किंगफिशर, ग्रे हैरेन, पर्पल हैरेन, डारटर, डबचिक, लिटल कामोरैंट, ब्लैक कट आदि पक्षी शामिल हैं। ‘अजीत समाचार’ की टीम की ओर से इस छंब का दौरा करने पर देखा कि इसमें साफ़-सफ़ाई का कोई भी प्रबंध नहीं था। इसके अलावा प्रवासी पक्षियों के धूप में बैठने के लिए भी कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए गये, क्योंकि जैसे-जैसे उन देशों में ठंड बढ़ेगी, वैसे वैसे इस छंब में पक्षियों की आमद में बढ़ोतरी होगी। ज़िक्रयोग्य है कि नवजोत सिंह सिद्धू के कैबिनेट मंत्री बनने पर इस तालाब को टूरिस्ट हब के तौर पर विकसित करने की बात कही गई थी और यहां के आस-पास गांवों के लोगों में भी इस बात को लेकर बहुत उत्साह था, परन्तु यह सब कुछ ठंडा पड़ गया। इस सम्बन्धी बातचीत करते वन रेंज अधिकारी (जंगली जीव) दीपक कपूर ने बताया कि इस बार ठंड जल्दी शुरू होने के कारण 5 से 6 हज़ार के करीब प्रवासी पक्षी यहां आ चुके हैं और दिसम्बर के पहले सप्ताह 25 हज़ार के करीब अलग-अलग पक्षी यहां आऐंगे। उन्होंने कहा कि हर साल 90 से 100 अलग-अलग किस्मों के 25 हज़ार के करीब पक्षी यहां आते हैं।