पाक में 4 लाख पूर्व सैनिकों के ‘भूत’ ले रहे पैंशन

अमृतसर, 1 मई (सुरिन्द्र कोछड़): पाकिस्तान के डाक विभाग ने कोरोना वायरस के चलते घर-घर पैंशन मुहैया करवाने की मुहिम दौरान एक हैरान करने वाला खुलासा किया है। पाक डाक विभाग के अनुसार डाक कर्मियों को पैंशन देते हुए पता चला है कि लगभग 4 लाख पूर्व सैनिक जो कागज़ों में जीवित हैं तथा वर्षों से पैंशन ले रहे हैं, परन्तु वह मौके पर मौजूद नहीं थे। इस बारे उनके पारिवारिक सदस्य डाक कर्मचारियों को कोई तसल्लीबख्श उत्तर नहीं दे सके। इन पूर्व सैनिकों को अब पाक डाक विभाग द्वारा ‘भूत पैंशनर’ का दर्जा दिया गया है तथा इसके साथ ही इन पूर्व सैनिकों की जांच भी शुरू कर दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पाक में कोरोना वायरस महामारी के मद्देनज़र इस वर्ष मार्च में पूर्व सैनिकों को उनके घरों में जाकर पैंशन देने की शुरुआत हुई थी। इस माह यह प्रक्रिया उस समय रोक दी गई जब डाक कर्मचारियों ने अपने विभाग को बताया कि वह लाखों पूर्व सैनिकों की पुष्टि करने से असमर्थ हैं। पाक डाक विभाग ने अब पूर्व सैनिकों के दस्तावेज़ों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह भी बताया जा रहा है कि उक्त खुलासे के बाद अब डायरैक्टर जनरल डाक विभाग ने घर-घर जाकर पैंशन प्रक्रिया रोक दी है तथा इन 4 लाख पूर्व सैनिकों के दस्तावेज़ों की तस्दीक करने के बाद ही अब पैंशन दी जाएगी। डाक विभाग ने तीन सदस्यीय कमेटी को सभी दस्तावेज़ों की जांच कर 25 मई तक अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा है। यह भी बताया जा रहा है कि पाक में कुल 9.41 लाख पैंशनर हैं। इनमें पाक सेना के 9 लाख 40 हज़ार पैंशनर, हवाई सेना के 93 हज़ार, पाकिस्तानी नेवी के 32 हज़ार व फ्रंटियर कांस्टेबूलरी के 61,722 पूर्व सैनिक शामिल हैं।