स्वास्थ्य ़खबरनामा

बहुत लाभदायक है सरसों का तेल
 शरीर पर सरसों के तेल की मालिश करने से शरीर के अन्दर से हानिकारक जीवाणुओं का नाश होता है और त्वचा के अन्दर रक्त संचार भी ठीक रहता है। तेल की मालिश करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और इससे थकान और आलस्य भी दूर होता है। शरीर में चुस्ती-फुर्ती और तरोताजगी महसूस होती है। 
अधिक थकान होने पर पैरों के तलवों में भी तेल की मालिश करने से थकान दूर होती है तथा नींद अच्छी आती है। आंखों की रोशनी भी तेल मालिश से बढ़ती है। सर्दी में रोज तेज मालिश करनी चाहिए।
मामूली न समझें बच्चों के गले के दर्द को
अगर किसी बच्चे के गले में दर्द हो तो इसे मामूली न समझें। यह गंभीर किस्म के बुखार ‘रयूमेटिक फीवर’ का भी लक्षण हो सकता है। यह बुखार गले के साथ-साथ हृदय को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।  गले में दर्द या सूजन रोगाणुओं के एक विशेष समूह के संक्र मण के कारण होती है। 
वे बच्चे जो कुपोषण के शिकार हों या वे बच्चे जिन्हें पहले भी कभी ‘रयूमेटिक फीवर‘ हुआ हो, उन्हें इस रोग से संक्र मित होने की अधिक संभावना रहती है। चूंकि यह बीमारी छूआछूत से भी लग सकती है, इसलिए इस बुखार से संक्र मित बच्चों से दूसरे स्वस्थ बच्चों को अलग रखना चाहिए अन्यथा उन्हें भी इसका संक्र मण लग सकता है।