स्वास्थ्य ़खबरनामा

हृदय रोगों से बचाता है किवी फल
प्रतिदिन किवी फल खाने से दिल की बीमारियां होने का खतरा काफी कम हो जाता है क्योंकि यह फल न सिर्फ नुकसान पहुंचाने वाली वसा को कम करता है बल्कि खून पतला रखकर थक्का जमने की संभावना भी कम करता है।  अगर कोई व्यक्ति लगातार 28 दिनों तक रोज दो या तीन किवी फल खाता है तो उसके शरीर में वसा जमा होने की दर काफी कम हो जाती है। इतना ही नहीं, इस फल के सेवन के कारण खून का थक्का जमने की संभावना काफी कम हो जाती है। इस फल के कारण खून में पाए जाने वाले ट्राइग्लिसराइड्स, वह वसा जो नुकसानदेह कॉलेस्ट्राल का अंश होते हैं, भी लगभग 15 प्रतिशत कम हो जाते हैं।  फल और सब्जियों में फाइटोन्यूट्रिएंट्स कम्पाउंड भी कहते हैं, मौजूद रहते हैं। इनमें एंटीआक्सीडेंट और एंटी थ्रोम्बोटिक (थक्का नहीं जमने देना) विशेषताएं होती हैं। 
पाचन तंत्र को दुरुस्त रखे पेठा जूस 
यदि किसी व्यक्ति का पाचन तंत्र ठीक नहीं होगा तो उसकी सेहत भी ठीक नहीं रह पाएगी क्योंकि हमारे खानपान का सीधा संबंध हमारी पाचन प्रणाली से है। पाचन तंत्र में गड़बड़ी होती है तो इससे हमारा पेट तो खराब होता ही है, साथ ही यह बालों की सेहत पर भी दुष्प्रभाव डालता है। इसलिए पाचन-तंत्र को दुरूस्त बनाए रखना अति आवश्यक है।
आपका पाचन-तंत्र ठीक रहे, इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी खानपान की आदतों में सुधार लाएं। रात को सोते समय कच्चे पेठे का जूस पीना अति लाभप्रद है। इससे दिनभर का भोजन आसानी से पच जाता है। आहार विशेषज्ञों के अनुसार पाचन प्रणाली को ठीक रखने हेतु भोजन में एसिडिक पदार्थों का सेवन कम से कम करें। अदरक व हरे पुदीने व धनिये की चटनी का सेवन कर सकते हैं क्योंकि ये एन्जाइम से भरपूर होते हैं। सोने से पूर्व यदि पेठे का जूस उपलब्ध न हो सके तो त्रिफला चूर्ण की एक खुराक भी ली जा सकती है।