कैसे उगते हैं मशरूम ?

दीदी, मशरुम में न जड़ होती है, न तना और न ही पत्तियां, तो वह फि र उगते कैसे हैं। मशरुम बड़ा ही आश्चर्यजनक पौधा है। वह इतनी तेज उगता है कि आप लगभग उसे बढ़ता या उगता हुआ महसूस कर सकते हैं। वह फ नजाई होते हैं। उनमें क्लोरोफि ल नहीं होता है, जिसका अर्थ है कि वह अपना फूड स्वयं निर्मित नहीं कर सकते हैं। उनमें से कुछ खाने में बहुत स्वादिष्ट होते हैं, जबकि अन्य इतने जहरीले कि उन्हें खाने का अर्थ है निश्चित मौत। , मशरुम का जो हिस्सा जमीन से ऊपर होता है वह इस फंगस का फ लदार हिस्सा होता है। पौधे का बाकी हिस्सा जमीन के अंदर होता है, घने उलझे सफेद धागों की तरह। इन धागों को माईसेलियम या स्पैन कहते हैं।
जब मशरुम पूरा विकसित हो जाता है तो उसमें से धूल जैसे सूक्ष्म कण झड़ते हैं और इनमें से ही माईसेलियम धागे उगते हैं। इन धागों में से टिश्यू की छोटी सफेद गांठे निकलती हैं, जो ऊपर को उठती हैं, फैलती हैं और अनंत: छतरी का आकार ले लेती हैं या वह रूप जो हर प्रकार के मशरुम का गुण होता है।
यह सूक्ष्म कण किस पर विकसित होते हैं?
अधिकतर मशरुम की छतरी के नीचे छोटे चमकदार गिल्स होते हैं, जो आपस में एक-दूसरे के बेहद करीब होते हैं। इन्हीं गिल्स से सूक्ष्म कण विकसित होते हैं। यह कण फिर गिर जाते हैं और हवा इन्हें ले जाती है। यानी जब यह कण ऐसी जगह गिरते हैं जो उपजाऊ हो तो यह नये पौधों में विकसित हो जाते हैं। हां। अधिकतर मशरुम पेड़ों की नमी भरी छांव में उगते हैं या ऐसी जगहों पर जहां छांव, गर्मी व नमी हो।
सभी मशरुम के लिए यही वातावरण चाहिए?
नहीं, सब के लिए नहीं। मैंने कहा अधिकतर के लिए। कॉमन फील्ड मशरुम व कुछ अन्य प्रकार के अलग होते हैं। वह खुली घास के मैदान में अच्छे उगते हैं, जहां उन पर पूरी तरह से धूप हो। लेकिन मशरुम में चूंकि मुख्यत: पानी होता है, इसलिए इनमें से अधिकतर उस जगह जी नहीं पाते जहां सूखी गर्म हवाएं हों या गर्मियों के मौसम का गर्म सूरज।

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर