आक्रामक सलामी बल्लेबाज रहे हैं वीरेन्द्र सहवाग

वीरेन्द्र सहवाग एक प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी रहे हैं। प्यार से उन्हें सभी वीरू कहते हैं। वैसे तो वह दायें हाथ के आक्रामक सलामी बल्लेबाज़ रहे हैं परन्तु कभी-कभी दायें हाथ से स्पिन गेंदबाज़ी भी कर लेते थे। उन्होंने भारत की ओर से पहला एकदिवसीय मैच 1999 में व पहला टैस्ट मैच 2001 में खेला था। सहवाग का जन्म 20 अक्तूबर, 1978 को हरियाणा के एक जाट परिवार में हुआ। सहवाग में क्रिकेट के लिये प्यार सात माह की उम्र से ही जाग गया था, जब उन्होंने पहली बार उसे खिलौना बैट लाकर दिया गया था। वीरेन्द्र सहवाग भारत के ऐसे बल्लेबाज़ रहे हैं, जिनसे दुनिया का लगभाग हर गेंदबाज़ खौफ  खाता था। ‘नज़फगढ़ के नवाब’, ‘मुल्तान के सुल्तान’ और ‘जेन मास्टर ऑफ माडर्न क्रिकेट’ जैसे अनेक उपनामों से नवाज़े जाने वाले वीरेंद्र सहवाग ने अपना पहला एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मैच 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ  खेला था। इस मैच में सहवाग एक रन बनाकर चलते बने और गेंदबाज़ी के दौरान तीन ओवरों में 35 रन दे डाले। इसके बाद सहवाग को काफी समय तक टीम में शामिल नहीं किया गया। दिसम्बर 2000 में जिम्बाब्वे के खिलाफ  घरेलू शृंखला में सहवाग को फिर से टीम में शामिल किया गया। अगस्त 2001 में श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ  त्रिकोणीय शृंखला में सहवाग ने पारी की शुरुआत करते हुए कैरियर का पहला अर्धशतक लगाया। इसी शृंखला में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ  69 गेंदों पर शतक लगाकर सहवाग ने अपनी प्रतिभा का नमूना पेश किया।टैस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से तिहरा शतक लगाने के रिकार्डधारी सहवाग ने अब तक 228 एकदिवसीय मैच में 13 शतक और 36 अर्धशतकों की मदद से 7380 रन बनाए हैं। उनका एकदिवसीय बल्लेबाज़ी औसत 34.65 का है। एकदिवसीय मैचों में उनका सर्वाधिक स्कोर 219  है। दिलचस्प तथ्य यह है कि सहवाग की आक्रामक खेल शैली एकदिवसीय क्रिकेट के अनुकूल रही लेकिन वह टैस्ट मैचों में अधिक सफल रहे हैं, जिसमें उन्होंने 72 टैस्ट मैचों में 52.50 के औसत से 17 शतक और 19 अर्धशतक लगाकर 6248 रन बनाये हैं। मार्च 2010 में उन्होंने हैमिल्टन में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सिर्फ  60 गेंदों पर शतक बनाया था। टैस्ट क्रिकेट में पहले विकेट के लिये सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड भी सहवाग के ही नाम है।  सहवाग पहले भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने टैस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। सर डोनाल्ड ब्रेडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे ऐसे बल्लेबाज़ हैं, जिन्होंने टैस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है। अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में किसी बल्लेबाज़ द्वारा यह सबसे तेज़ गति से बनाया तिहरा शतक (319 रन, 278 गेंद) भी है। सहवाग को भारत सरकार ने 2002 में अर्जुन पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त उन्हें 2008 में अपने शानदार प्रदर्शन के लिये ‘विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड’ के सम्मान से विभूषित किया गया। सहवाग ने इस पुरस्कार को 2009 में पुन: अपने नाम किया। 2011 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर के नाते ‘ईएसपीएन क्रिकीन्फ अवार्ड’ भी दिया गया।