5जी का आगमन

नि:सन्देह देश ने शनिवार को 5जी मोबाइल सेवा शुरू करके एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान में ‘इंडिया मोबाइल कांग्रेस’ के दौरान यह सेवा शुरू करने का उद्घाटन किया है। एक अक्तूबर से यह सेवा भारतीय एयरटेल कम्पनी 8 शहरों में शुरू कर रही है तथा इनमें दिल्ली, मुम्बई, वाराणसी तथा बैंगलुरु आदि शामिल हैं। इसके अलावा रिलायन्स जीयो कम्पनी 4 महानगरों में इसी माह यह सेवा शुरू कर रही है। इस कम्पनी ने यह भी दावा किया है कि 2023 के अंत तक यह पूरे देश में ये सेवाएं उपलब्ध करवाएगी। भारतीय एयरटैल ने, 2024 तक अपनी ओर से पूरे देश में ये सेवाएं देने की घोषणा की है। परन्तु देश की तीसरी बड़ी कम्पनी वोडाफोन आइडिया लिमिटड ने अभी अपनी यह सेवा शुरू करने की समय सीमा की घोषणा नहीं की।
इस सेवा का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश के 130 करोड़ लोगों को देश के टैलीकॉम उद्योग की ओर से यह एक शानदार तोहफा है। 5जी टैलीफोन सेवा शुरू होने से एक नये युग की शुरुआत होगी तथा इससे प्रत्येक क्षेत्र में असंख्य सम्भावनाएं पैदा होंगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह सेवा 4जी से कहीं अधिक तेज़ होगी तथा इससे जुड़े अरबों यंत्रों से डाटा बेहद तेज़ी के साथ साझा हो सकेगा। इसके परिणामस्वरूप स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि को लाभ पहुंचेगा तथा संकट से निपटने में भी क्रांतिकारी सुधार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि जब देश में 2जी, 3जी तथा 4जी टैलीकॉम सेवाओं की शुरुआत हुई थी तो उस समय देश विदेशी टैक्नोलॉजी पर निर्भर था परन्तु अब देश ने 5जी टैक्नोलॉजी स्वयं विकसित करके इतिहास रचा है।
नि:सन्देह देश की यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। पिछले कुछ ही दशकों में सूचना क्रांति ने विश्व की तस्वीर बदल दी है। इस सूचना क्रांति के आधार पर ही कहा जाता है कि अब दुनिया इस तरह से आपस में जुड़ गई है कि इसे एक गांव भी कहा जा सकता है। जहां तक हमारे देश का संबंध है, यह सन्तोषजनक बात है कि भारत भी विश्व के अन्य देशों के साथ कदम मिला कर चल रहा है। यदि कुछ दशक पूर्व की बात करें तो शहरों में कुछेक लोगों के पास ही लैंडलाइन फोन होते थे तथा जन-साधारण को ज़रूरत पड़ने पर टैलीफोन सुविधा का उपयोग करने हेतु डाकघरों में जा कर काल बुक करवानी पड़ती थी। फिर दिन भर काल लगने की प्रतीक्षा करनी पड़ती थी। ग्रामीण क्षेत्रों के डाकघरों में भी कहीं-कहीं पर ही फोन होते थे। वहां से शहरों या दुनिया के अन्य हिस्सों में टैलीफोन करना बेहद कठिन कार्य होता था, परन्तु तेज़ी से हुई सूचना एवं संचार क्रांति ने गांवों तथा शहरों, यहां तक कि पूरे देश को विश्व के अन्य देशों के साथ जोड़ दिया है।
अब 5जी से आम लोगों के जीवन में जो बड़े बदलाव आएंगे, वे भी बेहद आश्चर्यजनक होंगे। जहां तक इंटरनेट का संबंध है, इसकी स्पीड 4जी इंटरनेट से 10 गुणा से भी अधिक बढ़ जाएगी। इसका प्रभाव यह पड़ेगा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी संचार सेवाएं बेहद तेज़ हो जाएंगी जिसका भरपूर लाभ कृषि क्षेत्र को होगा। किसानों एवं कृषि विशेषज्ञों के बीच सम्पर्क कहीं बेहतर हो जाएगा। यह भी कहा जा रहा है कि इससे फसलों पर स्प्रे हेतु ड्रोनों का भी बेहतर ढंग से उपयोग हो सकेगा। गांवों के स्वास्थ्य केन्द्र, शहरों के बड़े अस्पतालों के साथ अच्छी तरह से जुड़ सकेंगे तथा गांवों के स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा शहरों के सरकारी तथा ़गैर-सरकारी डाक्टरों तथा स्वास्थ्य विशेषज्ञों से लोग स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं ले सकेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि देश-विदेश के विशेषज्ञ डाक्टर विश्व के किसी भी कोने में बैठ कर 5जी इंटरनेट टैक्नोलॉजी द्वारा सर्जरी करने वाले डाक्टरों का नेतृत्व कर सकेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में भी इससे व्यापक सुधार होगा। कोरोना महामारी के दौरान हमने देखा है कि ग्रमीण क्षेत्रों में इंटरनैट की स्पीड कम होने के कारण आनलाइन शिक्षा प्राप्त करने के मामले में विद्यार्थियों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। अब इंटरनेट की स्पीड बढ़ने से आडियो तथा वीडियो कालिंग में व्यापक सुधार होगा और ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी भी अपने शैक्षणिक संस्थानों से बेहतर ढंग से ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। डिजीटल मीडिया को इससे बहुत लाभ होगा। उसे अपने प्लेटफार्मों पर वीडियोज़ अपलोड करने तथा ऑनलाइन इंटरव्यू पर विचार-चर्चा करवाने में पहले से कहीं अधिक आसानी हो जाएगी। देश में आम मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले लोगों को भी इससे काफी सुविधाएं मिलेंगी। व्हाट्स एप या अन्य एप्स के माध्यम से  आडियो एवं वीडियो काल करते समय जो कई बार संचार बाधित हो जाता था और वीडियो एवं आडियो काल में विघ्न पड़ जाता था, आवाज़ की क्लालिटी बरकरार रखने में भी समस्या आती थी, इस कारण बातचीत करने के लिए बार-बार काल भी करनी पड़ती थीं, ये समस्याएं अब काफी सीमा तक दूर होने का सम्भावना है। वीडियो तेज़ी से अपलोड तथा डाऊनलोड होने लगेंगी। मनोरंजन के क्षेत्र को भी इससे बड़ा लाभ मिलेगा। नैट फ्लिक्स, एमाज़ोन तथा अन्य ओ.टी.टी. प्लेटफार्मों पर फिल्में देखने तथा दिखाने का कार्य और बेहतर हो सकेगा। ऑनलाइन भुगतान करने तथा भुगतान प्राप्त करने के मामले में भी सुधार होंगे। बिना चालकों के आटोमैटिक वाहन चलाने की प्रणाली भी इससे विकसित हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इंडिया मोबाइल कांग्रेस के दौरान भिन्न-भिन्न मोबाइल कम्पनियों ने 5जी संचार टैक्नोलॉजी के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों के संबंध में कुछ झलकियां भी दिखाई हैं। 5जी टैक्नोलॉजी के माध्यम से प्रधानमंत्री ने इंडिया मोबाइल कम्पनी की कांग्रेस के दौरान ही यूरोप में एक कार भी चला कर देखी। इसी प्रकार एक अन्य कम्पनी ने अध्यापकों तथा भिन्न-भिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों के मध्य ऑनलाइन शिक्षा का प्रदर्शन करके दिखाया है। इस कारण उच्च शिक्षा, विशेषकर विश्वविद्यालयों की ऑनलाइन शिक्षा गतिविधियों में बहुत वृद्धि होने की सम्भावना है। एक अन्य कम्पनी ने मैट्रो रेल के लिए सुरंग में कार्य कर रहे वर्करों के साथ भी ऑनलाइन तालमेल करके दिखाया है। 
इन सभी संभावनाओं के दृष्टिगत यह कहा जा सकता है कि जिस प्रकार गत कुछ दशकों के दौरान सूचना क्रांति ने विश्व को तेज़ी से बदला है, 5जी टेलीफोन सेवाओं की आमद से अब विश्व पहले से भी अधिक तेज़ी से बदलता हुआ नज़र आएगा और इस क्षेत्र में भारत भी पीछे नहीं रहेगा।