अभिषेक मनु सिंघवी का राज्यसभा सीट हारना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका

कांग्रेस के लिए 43-25 का भारी बहुमत होने के बावजूद अभिषेक मनु सिंघवी का भाजपा से राज्यसभा चुनाव हार जाना किसी बड़े झटके के कम नहीं। दरअसल, भाजपा की जीत कांग्रेस विधायकों द्वारा क्रास-वोटिंग किये जाने का परिणाम था। स्वर्गीय नेता वीरभद्र सिंह के परिवार के समर्थकों तथा मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के समर्थकों के बीच बने गठबंधन में पैदा हुए मतभेद ने पार्टी के आंतरिक विवाद को उजागर कर दिया, जिससे विपक्ष के लिए अवसरवादी चालें चलने का मार्ग प्रशस्त हो गया।
 कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाते हुए विक्रमादित्य सिंह ने भी सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने की घोषणा की, परन्तु केन्द्रीय नेतृत्व उन्हें मनाने में सफल रहा। हालांकि कांग्रेस के कुछ राजनेता सवाल कर रहे हैं कि ‘हिमाचल में असंतोष के बढ़ते खतरे बारे सभी को पता था’, फिर भी इस समय प्रदेश प्रभारी (राजीव शुक्ला) क्या कर रहे थे? फिलहाल कांग्रेस ने बुधवार को हंगामा करने वाले 15 भाजपा विधायकों को निलम्बित करके विधानसभा में बजट पारित करने की पहली चुनौती पार कर ली। दूसरी ओर कांग्रेस के 6 विधायकों को 29 फरवरी को आयोग्य करार दे दिया गया था और वे तुरंत प्रभाव से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं रहेंगे। 
शिमला में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि 6 कांग्रेस विधायकों, जिनमें राजिन्द्र राणा, सुधीर शर्मा, इन्द्र दत्त लखनपाल, रवि ठाकुर, चैतन्य शर्मा तथा कुटलेहर विधायक दविन्द्र भुट्टो शामिल हैं, ने बजट सत्र के दौरान जारी किए गए पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया है, इसीलिए उनके खिलाफ दलबदल विरोधी कानून के तहत यह कार्रवाई की गई है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाईकमान सुक्खू के राज्यसभा चुनाव को संभालने से अप्रसन्न थी और सुक्खू के स्थान पर मुकेश अग्निहोत्री तथा विक्रमादित्य सिंह को उनके डिप्टी बनाने का प्रस्ताव लाया गया था। 
राहुल को टक्कर देगी एनी राजा
सी.पी.आई. द्वारा एनी राजा को केरल के वायनाड से उम्मीदवार घोषित करने के बाद कांग्रेस ने कहा कि वह अलग-अलग राज्यों में वामपंथियों के साथ गठबंधन में है, परन्तु वह हमेशा से केरल में चुनावी तौर पर एक-दूसरे का विरोध करते रहे हैं और यह विरोध नि:संदेह आगे भी जारी रहेगा जबकि विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने कहा कि के.पी.सी.सी. तथा यूनाइटिड डैमोक्रेटिक फ्रंट (यू.डी.एफ.) के सहयोगी जिसमें इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आई.यू.एम.एल.) भी शामिल है, ने वायनाड से राहुल गांधी की उम्मीदवारी के लिए मज़बूत वकालत की ही। 
तेलंगाना सहित दक्षिण की अन्य प्रदेश कांग्रेस समितियों ने राहुल गांधी को अपने-अपने राज्यों से चुनाव लड़ने का आह्वान किया है। ए.आई. सी.सी. सम्भावित तौर पर इस मुद्दे पर अंतिम फैसला लेगी। यह भी चर्चा है कि राहुल गांधी अमेठी तथा केरल के वायनाड दोनों सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं। 
 उम्मीदवारों पर चर्चा
कांग्रेस उत्तर-पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली तथा चांदनी चौक सीटों पर चुनाव लड़ेगी तथा पार्टी नेता जल्द ही आगामी दिनों में तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए नामों का  चयन करने की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। चांदनी चौक सीट पर अलका लाम्बा तथा जय प्रकाश अग्रवाल के नाम चर्चा में हैं, जबकि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से पूर्व सांसद उदित्त राज संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं। 
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अरविन्दर सिंह को उत्तर-पूर्वी दिल्ली से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने पर विचार कर रही है। इस दौरान भाजपा की दिल्ली चयन समिति ने उम्मीदवारों की सूची को लेकर चर्चा के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार नई दिल्ली से बांसुरी स्वराज, चांदनी चौक से बालीवुड अभिनेता अक्षय कुमार या डा. हर्षवर्धन आदि नामों को चुनाव मैदान में उतारने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। दक्षिणी दिल्ली के लिए दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिथुड़ी तथा ब्रह्म सिंह तंवर सम्भावित उम्मीदवार हो सकते हैं।