आस्था के केन्द्र प्रति चिंता
विगत कुछ दिनों से आस्था के बड़े केन्द्र श्री हरिमंदिर साहिब को निशाना बनाने के लिए ई-मेल द्वारा दी जा रहीं लगातार धमकियों ने देश-विदेश में बसते श्रद्धालुओं के मन में बड़ी चिन्ता पैदा की है, इस संबंध में अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि ऐसा किसके द्वारा और किस उद्देश्य से किया जा रहा है। प्रत्येक श्रद्धालु के मन में ऐसे सवाल उठने स्वाभाविक हैं। श्री हरिमंदिर साहिब रूहानियत का एक ऐसा केन्द्र है, जिस के साथ सदियों का इतिहास जुड़ा है। इसकी महानता आध्यात्मिक पक्ष के साथ-साथ ऐतिहासिक पक्ष से भी बहुत अहम है। इस पवित्र स्थान से ही अनेक ऐसी गौरवमय लहरें चलीं, जिन्होंने पंजाब और देश का इतिहास बदल कर रख दिया था। इस स्थान से नई से नई चेतना पैदा होती रही, जो समाज को बड़ी सीमा तक बदलने की समर्था रखती थी। इसीलिए यह स्थान सिख संघर्ष का स्रोत बना रहा है। यह स्थान हमेशा समूची मानवता को साथ समेटने का संदेश देता रहा है। यहां गुरवाणी कीर्तन का प्रवाह निरन्तर चलता रहता है। गुरवाणी का संदेश पूरी मानवता के लिए है। इसलिए विश्व भर से लाखों श्रद्धालु यहां नतमस्तक होने के लिए और अपनी आस्था भेंट करने के लिए आते रहते हैं।
ऐसे पवित्र स्थान को निशाना बनाने की धमकी या तो कोई सिरफिरा दे सकता है या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश की सम्भावना हो सकती है। धमकियां देने की कार्रवाई लगातार जारी रहने के कारण प्रत्येक स्थिति में सच्चाई को सामने लाना बेहद ज़रूरी हो गया है। समाज के प्रत्येक वर्ग ने इस संबंध में बड़ी चिन्ता का प्रकटावा किया है। नि:संदेह इससे धार्मिक भावनाओं को गहरी चोट पहुंची है। ऐसे बुरे घटनाक्रम संबंधी समूचे प्रशासन और समाज का सुचेत होना स्वाभाविक है। अमृतसर के पुलिस प्रमुख ने तमिलनाडू से संबंधित एक व्यक्ति को इस संबंध में पकड़ कर लाने का खुलासा किया है और यह भी विश्वास दिलाया है कि इस संबंध में शीघ्र ही सच्चाई लोगों के सामने लाई जाएगी और आरोपियों के विरुद्ध प्रभावी ढंग से कार्रवाई की जाएगी, परन्तु आश्चर्यजनक बात यह है कि संबंधित व्यक्ति को हिरासत में लेने के बाद भी श्री हरिमंदिर साहिब को निशाना बना कर धमकियां देने का सिलसिला जारी है। इससे यह ज़ाहिर होता है कि धमकियां देने के पीछे एक से अधिक व्यक्ति हो सकते हैं। इस हरकत में शामिल सभी व्यक्तियों को गिरफ्तार करना और उनके असली इरादों का पता लगाने के लिए नि:संदेह पुलिस प्रशासन को अभी और कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन और अपनी श्रद्धा प्रकट करने आने वाले प्रत्येक व्यक्ति में सुरक्षा की भावना कायम रहनी चाहिए। शरारती तत्वों को इस स्थान और यहां आने वाले श्रद्धालुओं के मन में असुरक्षा की भावना पैदा करने की इजाज़त बिल्कुल भी नहीं दी जा सकती।
नि:संदेह पंजाब सरकार के साथ-साथ केन्द्र सरकार के लिए भी यह मामला एक बड़ी चुनौती बन कर सामने आया है, जिसके हल और इसके पीछे छुपी साजिश को सामने लाना, उनका भी बड़ा फज़र् बन जाता है ताकि करोड़ों श्रद्धालुओं के मन की चिंता को दूर किया जा सके।
—बरजिन्दर सिंह हमदर्द