घर पर अपना कंपास स्वयं बनाएं

बच्चो! क्या तुम्हें मालूम है कि कंपास क्या होता है? अच्छा, कुछ बच्चों ने देखा है। कोई बात नहीं। आज मैं पहले आपको बताऊंगा कि कंपास क्या होता है और फिर घर पर ही अपना निजी कंपास बनाना भी सिखाऊंगा। अगर आपके पास परम्परागत कंपास नहीं है तो वह आपके बहुत काम आयेगा। 
बहरहाल, यह तो आपको मालूम ही है कि पृथ्वी पर ऐसे रॉक्स हैं जो मैग्नेटिक या चुम्बकीय हैं। इन्हें मैग्नेटाइट कहते हैं, जिसका वास्तविक अर्थ मैगनेट मिनरल या चुम्बकीय खनिज है। प्राचीन वैज्ञानिकों ने खोजा कि वह मैग्नेटाइट का प्रयोग करके कंपस बना सकते हैं। 
दरअसल, कंपास वास्तव में चुंबक ही जो हमेशा नार्थ पोल की तरफ पॉइंट करती है। कंपास नेविगेशन यानी रास्ता तलाशने में बहुत काम आता है, चाहे आप वीराने में पैदल चल रहे हों या समुद्र में नाव से सफर कर रहे हों। नक्शे के साथ कंपास आपको बता देगा कि आप किस जगह पर हो और आपको किस दिशा में जाने की ज़रूरत है। 
घर पर कंपास बनाने में बहुत मज़ा आता है और यही फिजिक्स का कमाल है। अब देखो, कंपास बनाने के लिए मेरे पास एक चुंबक, एक सुईं, प्लास्टिक की बोतल का एक कैप और यह कटोरी है, जिसमें पानी भरा हुआ है।
सबसे पहले मैं यह करता हूं कि सुईं को चुंबक की सतह पर रगड़ता हूं और ऐसा मैं लगभग 60 बार करूंगा। आप देख रहे हो न कि मैं हर बार एक ही दिशा में सुईं को रगड़ रहा हूं। एक ही दिशा रखना बहुत ज़रूरी है क्योंकि तभी सुईं चुंबक बन सकेगी। लीजिये लगभग 60 बार चुंबक से रगड़ने के बाद सुईं भी चुंबक बन गई है। 
इसके बाद हमें करना यह है कि सुई को प्लास्टिक की बोतल के कैप के रिम पर रखना है। इस प्रयोग का तीसरा चरण यह है कि हमें ध्यानपूर्वक बोतल कैप को कटोरी के पानी में इस तरह से रखना है कि वह आसानी से तैरने लगे। लीजिये यह काम भी हो गया।
अब आप इसे गौर से देखिये कि पानी की कटोरी में क्या हो रहा है। सुईं आहिस्ता आहिस्ता बोतल के कैप को मोड़ रही और देखो उसने उस वक्त तक कैप को मोड़ा है कि सुईं नार्थ पोल की तरफ पॉइंट करने लगी है। यह लीजिये बन गया आपका होममेड कंपास। 
हां, बच्चो! अगर सुई नार्थ पोल की तरफ पॉइंट न करती तो हम क्या करते? सुई को चुंबक पर एक बार फिर रगड़ते कि वह स्वयं चुंबक बन जाती। इस बात का ज़रूर ध्यान रखना। 
अब सवाल है कि कंपास काम कैसे करता है? पृथ्वी एक विशाल चुंबक है जिसका अपना विशिष्ट मैग्नेटिक फील्ड है। चुंबक बनी सुई उसकी ओर आकर्षित होती है और पृथ्वी के विशाल चुंबक के ‘मैग्नेटिक नार्थ पोल’ की ओर पॉइंट करने लगती है। हमने अभी जो कंपास बनाया है वह भी कार या शिप के कंपास की तरह काम करता है। उन कंपास में भी चुंबक होती है और ऐसी लिक्विड भी जो फ्रीज़ न हो जैसे तेल ताकि सुई आसानी से मूव कर सके।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर