हिन्दी भाषा की एक नहीं, अनेक खूबियां हैं


हिन्दी एक सशक्त और सरल भाषा है। 
2. हिन्दी देवनागरी लिपि मे ध्वनि-प्रतीकों (स्वर-व्यंजन) का क्रम वैज्ञानिक है। 
3. इसमें प्रत्येक ध्वनि के लिए अलग चिन्ह है।  
4. इसमें केवल उच्चारित ध्वनियां ही लिखी जाती है।
5. जिस रुप में यह बोली जाती है, उसी रुप में लिखी भी जाती है। 
6. हिन्दी जर्मनी की तरह अपने ही प्रत्ययों से नवीन शब्दों का निर्माण कर लेती है।
7. हिन्दी में क्रदंन्त क्रियाओं को अधिक ग्रहण किया है, क्योंकि ये बहुत सरल एवं स्पष्ट होती है।
8. हिन्दी की संज्ञा-विभक्तियां सिर्फ पांच-सात ही हैं।
9. हिन्दी के सर्वनाम अपने हैं।
10. हिन्दी में विशेषण के साथ अलग-अलग विभक्ति लगाने की ज़रुरत नहीं होती।
11. हिन्दी के अपने अव्यय हैं। (सुमन सागर)