दोस्त बनाइए मगर सोच-समझ कर

हर इन्सान अच्छा दोस्त बनना और बनाना पसंद करता है क्योंकि जीवन में दोस्ती का बहुत महत्त्व है तथा दोस्ती की ज़रूरत हर मोड़ पर पड़ती है। एक अच्छा दोस्त जहां सुख-दुख में सहायक बनकर दोस्त को स्नेह देता है, वहीं दोस्त की परेशानी व कमियों को दूर कर उसको सुरक्षित भी बनाता है मगर कभी-कभी बगैर सोचे समझे दोस्त बनाने का नतीजा बहुत भयानक होता है क्योंकि तब दोस्त वास्तव में दोस्त न बनकर उसके लिए भारी मुसीबत बन जाता है।
इस दुनिया में दोस्त के लिए जहां अपनी जान कुर्बान करने वालों की कमी नहीं है, वहीं ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो अपनी मामूली सी स्वार्थपूर्ति के लिए अपने दोस्त की जान ले लेते हैं।आज के दौर में आपको बेशक अधिक से अधिक दोस्त बनाने चाहिएं, मगर सोच समझकर क्योंकि जहां दोस्त आपकी जड़ें मजबूत कर सकते हैं, वहीं आपकी जड़ें काट भी सकते हैं।
निस्वार्थ दोस्ती ही सच्ची दोस्ती होती है, अत: आप से जिसका कैसा भी स्वार्थ सिद्ध होता हो, उससे दोस्ती न करें।
जो आपके दुख की घड़ी में आपके साथ नहीं रहता, आपके दुख से दुखी नहीं होता, वह दोस्ती के लायक नहीं है। दोस्त के 3 लक्षण हैं, हित सोचना, अहित से बचाना तथा दुख और मुसीबत में साथ न छोड़ना। जीवन में अगर ऐसा दोस्त मिल गया तो समझिए आपसे बढ़कर खुशनसीब कोई नहीं।
जिन लोगों को आज दुनिया महापुरूषाें के रूप में याद करती है, उनके पास उनकी असली पूंजी उनके दोस्त ही थे। लिहाजा यह कहना गलत न होगा कि सोच समझकर बनाए गए अच्छे दोस्त के बल पर ही व्यक्ति ऊंचा उठता है। अच्छे दोस्त 
ही जीवन की सफलताओं में सहायक होते हैं।  दोस्ती के बहाने गलत काम करने का प्रचलन आजकल महानगराें में खूब है। जहां दोस्तों को बहला फुसला कर उनके पैसे उड़ने से लेकर उनका अपहरण और फिर हत्या करना आम बात हो गई है। अपराधी किस्म के युवा ऐसे दोस्त की तलाश में रहते हैं, जिन पर वे अपना हाथ साफ कर सकें। ऐसा भी नहीं है कि सिर्फ लड़के ही दोस्ती के नाम पर दगाबाजी करते हैं। लड़कियां भी इस मामले में आज काफी आगे बढ़ गई हैं। पैसे वाले युवक को देखते ही वे उससे दोस्ती बढ़ाने लग जाती हैं और फिर मौका मिलते ही हाथ साफ कर जाती हैं।
इसलिए किसी को भी दोस्त बनाने से पहले गुपचुप तरीके से उसके बारे में पूरी छानबीन कर लें कि वह किस प्रकृति का है। इसके बाद ही खूब गंभीरतापूर्वक सोच विचार कर उसे अपना दोस्त बनाइए। तभी आपको दोस्ती की सच्ची खुशी मिलेगी। (उर्वशी)