क्या कुम्बले का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे आर. अश्विन ?

रविचन्द्रन अश्विन अपने करियर के उस मकाम पर पहुंच गये हैं कि वह जो कुछ भी बल्ले या गेंद से हासिल करते हैं, विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में, तो एक नया रिकॉर्ड स्थापित हो जाता है। चेन्नई उनका गृह मैदान है, जिस पर बांग्लादेश के विरुद्ध वर्तमान श्रृंखला का पहला टेस्ट संभवत: उनका अंतिम टेस्ट भी हो सकता है, क्योंकि एमए चिदंबरम स्टेडियम में अब अगला टेस्ट 3 वर्ष बाद खेला जायेगा और तब तक 38 वर्षीय अश्विन 41 साल के हो जायेंगे और शायद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हों। बहरहाल, बांग्लादेश के विरुद्ध अश्विन ने न सिर्फ बल्ले से शतक जड़ा बल्कि गेंद से एक पारी में 6 विकेट भी लिए। एक ही टेस्ट में शतक और पांच विकेट लेने का कारनामा अश्विन ने 4 बार हासिल किया है जोकि भारतीय रिकॉर्ड है। इस सिलसिले में सिर्फ इंग्लैंड के इयान बोथम ही उनसे आगे हैं, जिन्होंने डबल की यह उपलब्धि 5 बार हासिल की है।
अश्विन ने अपने यह 6 विकेट टेस्ट की चौथी पारी में लिए। इससे भी एक नया रिकॉर्ड बन गया। टेस्ट की चौथी पारी में अश्विन के अब 99 विकेट 35 पारियों में हो गये हैं जोकि एक भारतीय रिकॉर्ड है। इससे पहले यह भारतीय रिकॉर्ड अनिल कुंबले के नाम था जिन्होंने 35 पारियों में 94 विकेट लिए थे। चेन्नई टेस्ट में ही अश्विन की एक अन्य रिकॉर्ड उपलब्धि यह रही कि उन्होंने अपने हीरो शेन वार्न के एक रिकॉर्ड की बराबरी की। वार्न ने टेस्ट की एक पारी में 5 या उससे अधिक विकेट लेने का कारनामा 37 बार किया था और वह भी 145 टेस्ट खेलकर। अश्विन ने अपने 13 साल के अंतर्राष्ट्रीय करियर में अब तक वार्न से 44 टेस्ट कम खेले हैं, लेकिन पारी में पांच विकेट 37 बार चटका दिए हैं। अश्विन के अभी 101 टेस्ट हुए हैं। पारी में 5 या उससे अधिक विकेट लेने के मामले में अब केवल श्रीलंका के एम. मुरलीधरन ही अश्विन से आगे हैं। मुरलीधरन ने 133 टेस्टों में 67 बार पारी में 5 विकेट लिए हैं।
अश्विन के रिकार्ड्स की एक लम्बी सूची है, जिसे फिलहाल दोहराने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन क्या कोई ऐसा रिकॉर्ड है जिसे अश्विन तोड़ना चाहते हैं? भारत में सबसे अधिक टेस्ट विकेट अनिल कुंबले के नाम हैं- 619। अश्विन 522 विकेट के साथ दूसरे स्थान पर हैं। निश्चितरूप से वह कुंबले के रिकॉर्ड को तोड़ना चाहेंगे, भले ही वह सार्वजनिक तौर पर कहते हों कि वह किसी रिकॉर्ड का पीछा नहीं कर रहे हैं। वह कहते हैं, ‘देखो, मैं किसी गोल के बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं सिर्फ खेल का आनंद लेना चाहता हूं। जितना अच्छा खिलाड़ी बन सकता हूं, उसके लिए प्रयास करता हूं। इस समय मैं महत्वाकांक्षी नहीं हूं। मुझे खेल से प्यार है और जितने लम्बे समय तक खेल सकता हूं उसके लिए कोशिश करता हूं।’
इस जवाब के बावजूद सवाल वही है कि क्या अश्विन कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं? फिलहाल अश्विन कुंबले के रिकॉर्ड से 97 विकेट दूर हैं। वह युवा तो हो नहीं रहे हैं। 38 साल की आयु में शरीर को एक पड़ाव से दूसरे पड़ाव तक जाने में कष्ट तो होता ही है, मेहनत भी अधिक करनी पड़ती है। अश्विन भी स्वीकार करते हैं, ‘हां चुनौती तो है। अब मैं 25 साल का तो हूं नहीं। अब जो भी काम करता हूं, पहले की तुलना में दोहरी मेहनत करनी होती है ताकि जहां हूं वहां रहने का अधिकार मिल सके।’ गौरतलब है कि अश्विन ने अपना ट्रेनिंग रूटीन बदल दिया है ताकि वह अपने शरीर पर अधिक बोझ न डालें, विशेषकर जब घुटने की तकलीफ का निरंतर सामना करना पड़ रहा हो। वह बताते हैं, ‘सच कहूं तो मैंने अपना स्ट्रेंथ ट्रेनिंग सत्र कम कर दिया है। अपनी गतिशीलता व जीवन के अन्य पहलुओं पर मैं अलग तरह से काम करता हूं। मैं जीवन जी रहा हूं, थोड़ा योग भी कर रहा हूं।’
अश्विन औसतन 5.22 विकेट प्रति टेस्ट लेते हैं। वर्तमान में उन्हें कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए 98 विकेट चाहिए। इसका अर्थ यह है कि उन्हें अभी 19-20 टेस्ट और खेलने हैं ताकि मील के पत्थर को पार कर सकें। अब भारत जितने टेस्ट सालाना खेल रहा है उसके हिसाब से अश्विन को 2-3 वर्ष और टेस्ट क्रिकेट खेलनी होगी। क्या 38 वर्षीय अश्विन इतने वर्ष तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल पायेंगे? वह कहते हैं, ‘शायद हां, शायद न। कौन कह सकता है? हर दिन, हर टेस्ट जो मैं खेल रहा हूं वह बहुत बड़ी बात है। टेस्ट्स के सिलसिले में आपको कभी नहीं पता चलता कि आगे क्या होगा। मैंने बहुत आगे तक की सोची नहीं है। अगर मेरा यही प्रदर्शन (बांग्लादेश के खिलाफ) मेरी क्रिकेट का क्लाइमेक्स है तो, क्या शानदार क्लाइमेक्स है।’ 
बहरहाल, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि अश्विन क्रिकेट लीजेंड हैं। ऐसा अकारण नहीं है। वह विश्व के उन छह आल-राउंडरों में शामिल हैं जिन्होंने 300 से अधिक विकेट लिए हैं और पांच या उससे अधिक शतक लगाये हैं और यह सूची है- इयान बोथम (102 टेस्ट, 383 विकेट, 14 शतक), कपिल देव (131 टेस्ट, 434 विकेट, 8  शतक), इमरान खान (88 टेस्ट, 362 विकेट, 6 शतक), डेनियल विटोरी (113 टेस्ट, 362 विकेट, 6 शतक) और अश्विन। क्रिकेट के प्रति अश्विन का जो प्रेम है, उससे तो यही लगता है कि वह भारत के लिए सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज़ भी बन जायेंगे।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर