डेस्टिनेशन मैरिज का स्वर्ग उदयपुर

भारत में अगर कोई ऐसा शहर है, जिसने शादी को एक रस्म, एक परंपरा से आगे ले जाकर एक न भूलने वाले अनुभव में बदल दिया है, तो वह राजस्थान का उदयपुर शहर है। झीलों, महलों और विरासत से घिरा यह शहर आज डेस्टिनेशन वेडिंग का स्वर्ग बन चुका है। यहां पर होने वाली हर शादी एक कहानी जैसे लगती है, जिसमें इतिहास है, सौंदर्य है और मिथकीय रोमांस है। 
सिटी ऑफ लेक की खूबसूरती
झीलों की गोद में बसे शहर उदयपुर को यूं ही ‘सिटी ऑफ लेक’ नहीं कहा जाता। यहां की पिचौला, फतेह सागर, स्वरूप सागर और उदय सागर, झीलें, किसी ऐसे दर्शन की तरह हैं, जो अपने आपमें नीला आकाश और महलों की झलक समेटे रहते हैं। इन झीलों के बीच तैरता हुआ ताज लेक पैलेस या रोशनी में नहाया सिटी पैलेस शादी के हर दृश्य को किसी फिल्मी जादू में बदल देता है। यहां जब दूल्हा नाव से बारात लेकर आता है और दुल्हन झील के किनारे मंडप फ्लोर में बैठी है, तो लगता है कोई सपनों की रानी, अपने सपनों के राजकुमार से महल में ब्याह रचा रही है। यही है उदयपुर का जादू, जो दुनिया के किसी भी मैरिज डेस्टिनेशन से अलग है।  
परंपरा और आधुनिकता का संगम
उदयपुर ऐसा शहर है जहां घेरों घाघरा, शहनाई और घोड़ी की परंपरा के साथ साथ मंडप फ्लोर, ड्रोन फोटोग्राफी और रॉयल रिसेप्शन की आधुनिक सुविधाएं बड़ी सहजता से उपलब्ध हैं। यहां के होटल, ओवेरॉय, उदय विलास, लीला पैलेस, ताज अरावली या देवगढ़ पोस्ट न केवल भव्य हैं बल्कि राजसी आतिशी की मिसाल हैं। हर समारोह में मेहमानों को राजाओं जैसा सम्मान और मेजबानों को मेले जैसा उल्लास मिलता है। यही वजह है कि उदयपुर अब शादी ही नहीं बल्कि उत्सव का जैविक अनुभव बन चुका है। 
क्यों और कैसे पनपा यह ट्रेंड?
ऐसी युवा पीढ़ी जिसके पास खर्च करने के लिए अनुमान से ज्यादा पैसे हैं, वह शादी को केवल एक दिन का आयोजन नहीं समझती बल्कि जीवनभर का अनुभव मानती है। यह पीढ़ी ऐसी जगह शादी करना चाहती है, जहां रोमांस और संस्कृति दोनों आपस में गलबहियां डालते हों। जहां सजावट के लिए प्रकृति खुद मंच बन जाती हो। उदयपुर इस चाह को हर स्तर पर पूरा करता है। कोविड के बाद यूपी में वेडिंग का दौर शुरु हुआ, तब छोटे दायरे में लेकिन भव्य अंदाज में शादी करने वालों के लिए उदयपुर स्वर्ग जैसी जगह साबित हुई। फिल्मों और सोशल मीडिया ने इस आकर्षण को और ज्यादा बढ़ा दिया। दीपिका-रणबीर की शादी से लेकर अनेक विदेशी जोड़ों तक की शादी ने उदयपुर को ड्रीम मैरिज डेस्टिनेशन बना दिया और आज उदयपुर भारत के विवाह पर्यटन का सबसे हॉट जगह है बल्कि इसे इस अवधारणा का नेतृत्व करने वाली जगह कह सकते हैं। 2024-25 में उदयपुर में ऐसी चार दर्जन से ज्यादा शादियां हुई हैं, जिनमें करोड़ों में खर्च आया है। इसलिए हाल के वर्षों में यह एक ऐसा स्थान है, जिसने शादी बंधन के लिहाज से अपने आपको एक नये लैंडमार्क में बदल लिया है, उसे उदयपुर कहते हैं। 
उदयपुर ही क्यों?
हाल के कई सर्वे और लेखों में उदयपुर को भारत के सबसे लोकप्रिय वेडिंग स्थानों में अगर पहला स्थान दिया गया है, तो इसलिए क्योंकि यहां की झीलों, महलों और हेरिटेज स्थानों में ऐसा आकर्षक रॉयल टच है, जैसा देश की किसी दूसरी जगह में नहीं है। यहां के होटल और रिसॉर्ट विशेष तौर पर लगता है इसी के लिए बने हैं। दरअसल इसकी एक बड़ी वजह इसका राजस्थान में स्थित होना भी है, जो देश के अधिकांश विरासती किलों और हवेलियों का घर है और जिसका राज्य पर्यटन विभाग इसे ‘वेड इन इंडिया’ के रूप में बदलना चाहता है, इसलिए उदयपुर महज एक पर्यटन शहर नहीं बल्कि विवाह पर्यटन संस्कृति का केंद्र बनकर उभरा है। हालांकि ऐसे किसी स्थान को सबसे छोटा या सबसे बड़ा कहने से बचना चाहिए, क्योंकि शादी जैसी गतिविधियां बहुत निजी और ज्यादातर पर्दे के पीछे होती हैं। क्याेंकि लोग शादी के खर्च को सब सच बताकर आफत मोल नहीं लेना चाहते। नतीजतन यहां होने वाली अनेक शादियाें के बारे में सिर्फ हवेलियों की दीवारें ही जानती हैं। वहां से बाहर उनकी वास्तविक या कहें तथ्यात्मक जानकारियां बाहर नहीं आतीं। 
पर्यटन अर्थव्यवस्था का नया केन्द्र
उदयपुर पर्यटन अर्थशास्त्र का नया अध्याय ही नहीं, पर्यटन का नया केन्द्र बनकर भी उभरा है। डेस्टिनेशन वेडिंग ने सिर्फ इस शहर की अर्थव्यवस्था में ही चार चांद नहीं लगाया बल्कि पूरे राजस्थान की अर्थव्यवस्था को नई चपलता और नई रफ्तार दी है। उदयपुर के स्थानीय कारीगर, यहां के बैंडबाजा ग्रुप, फ्लोरिस्ट, फोटोग्राफर और ट्रैवलिंग एजेंसियां इस उद्योग में दिन रात नये से नये सितारे जोड़ रही हैं। राजस्थान सरकार ने भी ‘वेड इन उदयपुर’ का स्लोगन देकर इसे डेस्टिनेशन मैरिज का लैंडमार्क बना दिया है। इसलिए सिर्फ भारतीय जोड़े ही नहीं बल्कि पैसे वाले विदेशी जोड़ों की भी तमन्ना उदयपुर में शादी करने की होती है। इसी वजह से आज विश्व पर्यटन के साथ-साथ डेस्टिनेशन मैरिज पर्यटन के नक्शे पर भी अगर कोई शहर चमक रहा है, तो वह उदयपुर है। ..और हां, यह उदयपुर की कोई अस्थायी लहर नहीं है बल्कि एक स्थायी प्रवृत्ति है। 
अगले 10 से 15 सालों में यह भारत या एशिया का ही नहीं बल्कि दुनिया के बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन में से एक होगा और इसे वेडिंग टूरिज्म का हब बनने से कोई नहीं रोक पायेगा। हां, एक ही चिंता सता रही है कि अगर सजगता न बरती गई तो पर्यावरणीय संतुलन को बनाये रखना मुश्किल हो जायेगा। यही उदयपुर की सबसे बड़ी चुनौती है। अगर झीलों की यह सुंदरता और यहां का प्रफुल्लित कर देने वाला शांत वातावरण जैसा आज है, अगले एक दो दशकों तक बना रहा, तो इसे दुनिया के बेस्ट मैरिज डेस्टिनेशन बनने से कोई नहीं रोक सकता। सचमुच उदयपुर आज ही नहीं बल्कि आने वाले दशकों का भी डेस्टिनेशन मैरिज का स्वर्ग है। जहां शादी सिर्फ दो लोगों का मिलन नहीं बल्कि सौंदर्य, संस्कृति और शाही भव्यता का उत्सव बन जाती है। इसलिए आज भारत का सबसे बड़ा डेस्टिनेशन मैरिज लैंडमार्क केवल और केवल राजस्थान का उदयपुर शहर ही है।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर 

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