पार्टी से निकालने का मुझे कोई दुख नहीं : ब्रह्मपुरा

फिरोज़पुर, 11 नवम्बर (जसविन्द्र सिंह संधू) : पार्टी से निकाले जाने पर अपना प्रतिक्रम देते हुए रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा कि उनको पार्टी से बाहर निकाले जाने का कोई दुख नहीं, क्योंकि उन्होंने महीने पहले ही पार्टी को अलविदा कह सब पदों से इस्तीफा दे दिया था। अपने दामाद बलदेव सिंह भुल्लर फत्तू वाला के गृह में बातचीत करते हुए ब्रह्मपुरा ने कहा कि वह अकाली हैं और अकाली रहेंगे। उनकी लड़ाई तो सिर्फ लोगों के हितों के लिए संघर्ष लड़़ने वाले शिरोमणि अकाली दल को बदनाम और कमज़ोर करने वाले प्रधान सुखबीर सिंह बादल और उनके साले बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा लिए जा रहे गलत फैसलों के खिलाफ है। केन्द्रीय मंत्री हरसिमरन कौर बादल द्वारा टकसाली नेताओं को नकारे हुए बताएं पर ब्रह्मपुरा ने उनको बच्चों के बराबर बताते हुए कहा कि डा. रतन सिंह अजनाला, सेवा सिंह सेखवां आदि टकसाली नेताओं ने शिरोमणि अकाली दल के लिए संघर्ष लड़े और कई बार कुर्बानियां देकर जेलें भी काटी, परंतु हरसिमरत कौर बताएं कि उनकी शिरोमणि अकाली दल के प्रति क्या कुर्बानी है? कभी आंदोलन लड़े जा जेल काटी है। उन्होंने प्रकाश सिंह बादल को कहा कि वह पुत्र मोह छोड़ कर शिरोमणि अकाली दल व कौम के हित में कड़े फैसले लें।