शारीरिक विकास के लिए ज़रूरी है दूध


दूध एक ऐसा पेय है जिसे हर उम्र वाला पी सकता है क्योंकि इसमें मौजूद कैल्शियम आौर विटामिंस शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। शायद इसीलिए मांएं बचपन से ही बच्चों को दूध पीने के लिए जिद्द करती हैं ताकि बच्चों का शारीरिक विकास ढंग से हो सके और उनके दांत, हड्डियां मज़बूत बनी रहें। बच्चों और बड़ों दोनों को दूध से पौष्टिक तत्व मिलते हैं। तभी इसे कंपलीट फूड भी माना गया है।
कैल्शियम का अच्छा स्रोत है दूध : दूध में कैल्शियम की मात्रा होती है हर 100 ग्राम दूध में 280 से 300 मिग्रा कैल्शियम पाया जाता है। अगर हम बचपन से नियमित दूध पिएं तो हमारे शरीर में कैल्शियम की मात्रा प्राकृतिक रूप से जाती रहेगी जो हड्डियों और दांतों की मज़बूती के लिए ज़रूरी है।
दूध अपने आप में पूर्ण आहार है : दूध में न्यूट्रिएंटस की मात्रा काफी होती है जैसे प्रोटीन, विटामिन ए,बी12, कैल्शियम, फास्फोरस, जिंक, मैग्नीशियम और पोटेशियम आदि। काफी पौष्टिक तत्वों से भरपूर दूध को पूर्ण आहार माना जाता है। दूध के अतिरिक्त भीं हमें ऐसे खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन करना चाहिए जिनमें विटामिन सी और आयरन भी हो, तभी हमारी डाइट संतुलित होगी।
नाश्ते में पिएं दूध : दूध में काफी सारे पौष्टिक तत्व होने के कारण नाश्ते में इसका सेवन अच्छा होता है। खाली दूध न लें। इसके साथ दलिया, ओट्स, सीरियल्स आदि लें ताकि आपका नाश्ता पौष्टिकता से भरपूर हो रात्रि के खाने और नाश्ते में 8 से 10 घंटे का अंतराल होता है इसलिए नाश्ता पौष्टिकता से भरपूर होना चाहिए।
त्वचा के लिए दूध अच्छा है : नियमित दूध के सेवन से आपकी त्वचा में प्राकृतिक नमी बनी रहती है जिससे त्वचा खुश्क नहीं होती। कच्चे दूध को त्वचा पर भी लगाया जा सकता है और अन्य चीज़ों के साथ मिलाकर इससे उबटन तैयार किया जा सकता है जो त्वचा की रंगत साफ करने में मदद करता है।
हड्डियों को मिलती है मज़बूती : यह सच है कि दूध का नियमित सेवन हड्डियों को मज़बूत बनाता है। बढ़ती उम्र में बच्चों को दिन में दो बार दूध दें। 
सावधानियां 
- पेट गड़बड़ होने पर डाक्टरी सलाह से दूध लें।
- एंटीबायोटिक के साथ भी डाक्टर से बिना पूछे दूध न लें। 
- कई लोगों को दूध से एलर्जी होती है। उन्हें दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
(स्वास्थ्य दर्पण)
 —मेघा