डेड सी में कोई डूबता क्यों नहीं

 

विश्व में एक ऐसा समुद्र है, जिसमें कोई डूबता नहीं है। हम डेड सी की बात कर रहे हैं। इसके पूर्व में जोर्डन है और पश्चिम में इजराइल व फिलिस्तीन का वेस्ट बैंक है। इसे हिब्रू में यम हैममेलह और अरबी में अल-बहर-उल-मौत कहते हैं। इसका पानी इतना अधिक नमकीन होता है कि कोई चीज़ इसमें जीवित नहीं रह सकती। स्थानीय वातावरण बारिश रहित सूखा व तेज़ धूप का है, इसलिए सतह का पानी वाष्प बन जाता है। ध्यान रहे कि केवल पानी ही वाष्प बनकर उड़ता है। उसमें जो नमक होता है वह वहीं रह जाता है जिससे शेष पानी अधिक नमकीन हो जाता है। यही कारण है कि डेड सी में अन्य समुद्रों की तरह 2 या तीन प्रतिशत (वजन के हिसाब से) नमक की मात्रा नहीं है बल्कि उसके नमक की मात्रा 27 प्रतिशत या उससे भी अधिक है। अधिक गहराई में जाने पर नमक की मात्रा बढ़ती जाती है।
इसका अर्थ यह हुआ कि डेड सी का लगभग एक चौथाई हिस्सा नमक घुले पानी से बना हुआ है। अनुमान यह है कि इसमें कुल 40 मिलियन टन नमक है। अब सवाल यह है कि डेड सी में कोई डूबता क्यों नहीं है? दरअसल, अपने नमक के कारण डेड सी अजीब गुण प्रदर्शित करता है। चूंकि इसका पानी सामान्य समुद्र के पानी से अधिक भारी होता है, इसलिए आप इसमें डूबेंगे नहीं क्योंकि आपका शरीर तुलनात्मक दृष्टि से ज्यादा हल्का होता है। जितना हमारे शरीर का वॉल्यूम है, अगर उतना ही वॉल्यूम अति नमकीन पानी लिया जाये तो वह हमारे शरीर से बहुत भारी होगा। इसलिए बॉयेंसी के नियम के अनुसार हम डेड सी में कभी भी नहीं डूबेंगे। जिस तरह नमकीन पानी में अंडा उछलकर ऊपर आ जाता है वैसे ही हम भी ऊपर आ जायेंगे। गौरतलब है कि ताज़े या नमक रहित पानी में अंडा डूब जाता है।
क्या संसार में डेड सी जैसा कोई अन्य स्थान भी है? ऐसे दो स्थान और हैं। एक, कैस्पियन सी की खाड़ी कारा बोगाज़ गोल और लेक एल्टन। इन दोनों में भी नमक की मात्रा का प्रतिशत लगभग 27 है। कारा बोगाज़ गोल की स्पेसिफिक डेंसिटी 1.18 है। इस घने पानी में व्यक्ति आसानी से तैर तो सकता है लेकिन कभी डूबेगा नहीं भले ही वह आर्कमिडीज के सिद्धांत का कितना ही उल्लंघन करना चाहे। एक दिलचस्प बात यह है कि जो लोग नमक के पानी से टब में स्नान करते हैं उन्हें भी कुछ ऐसा ही अनुभव होता है। जब पानी नमकीन होता है तो व्यक्ति को टब में बने रहने के लिए अच्छा खासा प्रयास करना पड़ता है। एक महिला रोगी ने तो गुस्से में शिकायत की कि पानी ‘टब से बाहर धकेल रहा था’ और उसे लगा कि इसके लिए स्पा के प्रबंधक ज़िम्मेदार हैं।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर