टैडी बियर की रोचक कहानी

टैडी बियर की कहानी बड़ी रोचक है। डेढ़ साल की उम्र में मार्गरेट स्टीफ नामक लड़की को पोलियो हो गया था जिसके कारण वह चलने फिरने में असमर्थ थी। वह व्हील चेयर के सहारे ही इधर-उधर जाती थी। अपंग होने के बावजूद उसमें आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं थी। उसने एक खिलौना बनाया जो बाद में टैडी बियर के नाम से लोकप्रिय हुआ। यूरोप में सबसे पहले सॉफ्ट टॉय मार्गरेट स्टीफ ने ही बनाए। स्टीफ दक्षिणी जर्मनी के एक छोटे से शहर में रहती थी। 1877 में उन्हें अपने भाई से प्रेरणा मिली। नतीजतन, उन्होंने छोटे स्तर पर कपड़ों का व्यापार शुरू किया। सात साल बाद उन्होंने पहली बार कपड़ों से एक खिलौना हाथी बनाया। उस साल क्रि समस के दौरान उन्होंने कई जानवरों के खिलौने बनाए जो बच्चों को बहुत पसंद आए। इसके बाद उनके पास खिलौने बनाने के ऑर्डर आने लगे। नतीजतन, 1892 तक उनका कारखाना काफी तरक्की कर चुका था।
उन्होंने अपने कारोबार को विस्तृत रूप दिया। स्टीफ के परिवार के सभी सदस्य अपने काम में पूरी तरह से लीन हो गए। उनके भतीजे रिचर्ड स्टीफ ने 1902 में टैडी बियर का पहला बाजारू स्वरूप बनाया। कांच की चमकीली आंखें, प्लास्टिक की नाक और रंग-बिरंगा टेडीबियर बच्चों का पसंदीदा खिलौना बन गया। 
टैडी बियर को पहली बार लिपजिक खिलौना मेले में प्रदर्शित किया गया और एक अमरीकी खरीदार ने तीन हजार टैडी बियर ऑर्डर कर दिए और धीरे-धीरे दुनियां भर में प्रसिद्ध और लोकप्रिय होने लगे। हर खिलौने की मेले में मांग बढ़ती गई। उस दौरान महज चार सालों में 17 लाख टैडी बियर बिक गए और मार्गरेट स्टीफ का नाम अमर हो गया। (उर्वशी)