सोया व इसकी डीओसी में भारी तेजी

नई दिल्ली, 7 अप्रैल (एजैंसी) गत सप्ताह एमपी, महाराष्ट्र, कोटा लाइन के प्लांटों में सोयाबीन की आवक घटकर 60 प्रतिशत रह गयी, जिसके चलते इसमें 150 रुपए प्रति क्विंटल की उत्पादक मंडियों में तेजी आ गयी। इसकी डीओसी भी प्लांटों में 1200/1300 रुपए प्रति टन उछल गयी। इसके प्रभाव से यहां भी बाजार उसी अनुपात में तेज रहा। दूसरी ओर सरसों भी सप्ताह के मध्य में आवक टूट जाने से 75/80 रुपए उत्पादक मंडियों में उछल गया। लेकिन बाद में मुनाफावसूली बिकवाली आने एवं आवक बढ़ जाने से फिर से भाव घटकर पूर्वस्तर पर आ गये। खाद्य तेलों में मामूली मजबूती लिये बाजार बंद हुआ, जबकि विदेशी तेल 200 रुपए उछल गये। आलोच्य सप्ताह मलेशिया में सीपीओ एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोया डीओसी के भाव बढ़ जाने से बाजार घरेलू मंडियों में सरपट तेज हो गया। सीपीओ 20 डॉलर उछलकर वहां 535 डॉलर प्रति टन पर जा  पहुंचा। इसके प्रभाव से कांदला में 200 रुपए छलांग लगाकर 3700 रुपए का व्यापार हो गया। उधर सोयाबीन की आवक 40 प्रतिशत सॉल्वेंट प्लांटों में घट गयी।  इसका मुख्य कारण यह है कि कच्ची मंडियों में किसानी माल की आवक सीजन आफ हो जाने से लगभग समाप्त हो गयी है तथा निर्यातकों की लिवाली से साल्वेंट प्लांट वाले लगातार भाव बढ़ाकर खरीदने लगे, जिससे 150 रुपए उछलकर 3850 रुपए कोटा लाइन में एवं 3775/3800 रुपए एमपी के प्लांट पहुंच में बिक गया। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोया डीओसी में आई भारी तेजी से निर्यातक हर भाव में लिवाली में आ गये, जिससे 32800 रुपए से उछलकर 34000 रुपए कोटा लाइन में एक्स प्लांट भाव बोलने लगे। दतिया, सुजालपुर में 33500/33700 रुपए प्रति टन तक व्यापार हो गया। इसके प्रभाव तेल सोया भी 100 रुपए बढ़कर इंदौर लाइन में 7500 रुपए एवं यहां 50 रुपए की बढ़त पर 8050 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। उधर कांदला में सोया डीगम 7000 रुपए एवं रिफाइंड 7300 रुपए पर 200 रुपए तेज बोला गया। इसी लाइन पर कच्चे माल में कमी को देखते हुए और तेजी के आसार बन गये हैं। अखाद्य तेलों में तेल अरंडी, डिब्बे में कच्चे माल में उछाल आ जाने से यहां 600/650 रुपए छलांग लगाकर 11300/11400 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। एसिड ऑयल एवं राइस फैट्टी में भी 50 रुपए मजबूती लिये बाजार बंद हुआ। तेल वाली बिनौला खल 300 रुपए छलांग लगाकर 3000 रुपए ऊपर में बिक गयी। इसके समर्थन में  सरसों खल में भी 50 रुपए का इजाफा हो गया।