कनाडा में पंजाबियों की अधिक वोट पड़ने की सम्भावना

टोरांटो, 11 अक्तूबर (सतपाल सिंह जौहल): कनाडा में संसदीय चुनावों में 10 दिनों से कम समय रह गया है जबकि सभी क्षेत्रों में एडवांस पोल सोमवार तक जारी रहेगी। प्रमुख पार्टियों के नेताओं की फ्रैंच व एक अंग्रेज़ी में बहस हो चुकी है परंतु अभी तक वोटरों को किसी एक पार्टी को स्पष्ट फतवा मिलने की सम्भावना नज़र नहीं आ रही। इसके उलट अधिकतर वोटर ऐसे हैं जो असमंजस में हैं कि वोट किसे डाली जाए। यह भी कि वोटर अकसर अपने क्षेत्र के उम्मीदवार व उसकी पार्टी के नेता दोनों को अपनी पारखी नज़र से देखकर पसंद करना चाहता है परंतु यदि दोनों से एक पसंद न हो तो वह वोट डालने के प्रति उत्साहित नहीं होता। सोशल मीडिया के इस ज़माने में अब पार्टियों के साथ पक्की वोट घटती जा रही है। युवा पीढ़ी आंखें मूंदकर सारी उम्र एक पार्टी को वोट डालते रहने के लिए वचनबद्ध नहीं होती। उधर देशभर के 338 क्षेत्रों में कुल 2146 में से 1500 के करीब उम्मीदवार बेहद सक्रियता से चुनाव प्रचार में जुटे अपनी-अपनी सीट जीतने या बचाने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार वोट डालने के लिए कनाडा के प्रवासी भाईचारों के अधिकतर लोग लिबरल पार्टी व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से खुश हैं वहीं देश में इमीग्रेशन कम करने व अमरीका की सरहद से आ रहे शरणार्थी रोकने के इच्छुक कनाडा निवासी उनके खिलाफ वोटिंग करने को भी तैयार हैं।