भारत 75 हज़ार मीट्रिक टन गेहूं भेजेगा अफगानिस्तान

अमृतसर, 18 अक्तूबर (सुरिंदर कोछड़) : भारत द्वारा कश्मीर में धारा 370 खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तान द्वारा भारत कूटनीतक संबंधों में कमी लाने और सभी विपक्षीय व्यापार स्थगित करने के किए घोषणा के बाद इंटेग्रेटिड चैक पोस्ट (आई.सी.पी.) अटारी, पुंछ सैक्टर के चक्कन के बाग और कश्मीर के उड़ी चखोटी द्वारा होता व्यापार बिल्कुल बंद हो चुका है। पाकिस्तान के इस अड़ियल रवैये से परेशान भारतीय व्यापारी अब अगले नवम्बर महीने लगभग 75 हज़ार मीट्रिक टन गेहूं चाबहार बंदरगाह द्वारा अफगानिस्तान भेजेंगे। बताया जा रहा है कि भारत-पाक में पैदा हुए मौजूदा तलखी का असर भारत के अफगानिस्तान के साथ चल रहे व्यापार पर भी पड़ा है और इस सबके चलते आई.सी.पी. अटारी द्वारा वाया पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान माल का एक भी ट्रक भारत द्वारा नहीं भेजा जा सका। इसके चलते भारत, ईरान और अफगानिस्तान में व्यापार बढ़ाने के लिए चाबहार बंदरगाह भारतीय व्यापारियों के लिए उम्मीद की किरण साबित हो रही है।
व्यापारियों के अनुसार चाबहार भारत-पाक का रास्ता इस्तेमाल किए बिना ईरान, अफगानिस्तान सहित अन्य देशों के साथ कारोबार के लिए एक आसान व नया व्यापारिक रास्ता साबित होगा। वर्णनीय है कि ईरान ने अपने सिस्तान-बलोचिस्तान राज्य में स्थित इस बंदरगाह को विकसित करने के लिए करीब एक अरब डालर का निवेश किया है और इस बंदरगाह पर एक लाख टन की समर्था वाले समुद्री जहाज़ों का संचालन किया गया है। यह भी बताया जा रहा है कि पाकिस्तान द्वारा ईरान और अफगानिस्तान देशों के साथ कारोबार करने के लिए भारत को रास्ता देने से मना करने और भारतीय व्यापारियों के साथ लगातार दखलअंदाजी किए जाने का चाबहार बंदरगाह द्वारा व्यापार पर कोई असर नहीं पड़ेगा।