यू एस ओपन ग्रैंड स्लैम  दोनों विजेताओं ने रचा इतिहास

यूएस ओपन के इतिहास में डोमिनिक थीम पहले ऑस्ट्रियाई खिलाड़ी हैं, जो न सिर्फ  इस ग्रैंड स्लेम के फाइनल में पहुंचे बल्कि उसे जीता भी। 26 वर्षीय थीम ने जर्मनी के 23-वर्षीय एलैग्जेंडर ज्वेरेव को पहले दो सैट में पिछड़ने के बावजूद 2-6, 4-6, 6-4, 6-3, 7-6 (8-6) से हराया और खिताब अपने नाम किया। इस तरह वह इवान लेंडल, आंद्रे अगासी, गोरान इवानिसेविक और एंडी मर्रे के बाद ओपन एरा में पांचवें ऐसे खिलाड़ी बने, जो अपने पहले तीन ग्रैंड स्लैम फाइनल्स (2018 व 2019 रोलां गार्रो और 2020 ऑस्टे्रलियन ओपन) हारने के बाद चौथे में अपना पहला खिताब जीतने में सफल हुए।महिला एकल के फाइनल में जापान की 22 वर्षीय नाओमी ओसाका ने विक्टोरिया अजारेंका को 1-6, 6-3, 6-3 से पराजित कर अपना तीसरा एकल ग्रैंड स्लैम खिताब जीता। उन्होंने 2018 में भी यूएस ओपन जीता था और वह 2019 में ऑस्टे्रलियन ओपन चैम्पियन थीं। इस तरह ओसाका पहली एशियन खिलाड़ी है, जिन्होंने तीन एकल ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं, जबकि चीन की ली ना ने दो ग्रैंड स्लैम (2011 फ्रैंच ओपन व 2014 ऑस्ट्रेलियन ओपन) ही जीते थे लेकिन ओसाका की इस जीत का अर्थ इससे कहीं अधिक है। उन्होंने अपने मॉस्को के ज़रिये इस प्रतियोगिता के दौरान जबरदस्त राजनीतिक वक्तव्य दिए और वह मानवाधिकारों के लिए संघर्ष करते हुए नज़र आईं। ओसाका ने ब्रेओंना टेलर, ट्रेवोन मार्टिन, जॉर्ज फ्लॉयड, फिलान्डो कैसल, एलिजाह मैकलेन, अहमद आर्बेरी और तामिर राइस को सम्मान देने के लिए संबंधित फेस मास्क लगाये।इसलिए ओसाका की जीत का स्वागत जापान में मीडिया व अधिकारियों से अधिक दुनियाभर के उन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने किया, जो रंगभेद, साम्प्रदायिकता व पुलिस दमन का विरोध कर रहे हैं।  फाइनल खेलने के लिए जब ओसाका कोर्ट में उतरीं तो उनके मॉस्क पर तामिर राइस का नाम लिखा हुआ था। राइस एक 12 वर्षीय अफ्रीकन-अमरीकन लड़का था, जिसकी 2014 में एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने क्लीवलैंड, ओहियो में गोली मारकर हत्या कर दी थी। जापानी पिता व हैती मां की बेटी ओसाका ने प्रतियोगिता में अपने सातों मैचों में अलग-अलग मॉस्क लगाये, उन लोगों के सम्मान में जो रंगभेद अन्याय व पुलिस क्रूरता के शिकार हुए। ओसाका के 75-वर्षीय दादा तेत्सुओ ओसाका ने कहा, ‘वह बहादुर है। मुझे उस पर गर्व है। मैं उसका सम्मान करता हूं कि उसने संघर्ष करते हुए सबसे अच्छा परिणाम प्राप्त किया, लेकिन मुझे इस बात पर अधिक गर्व है कि उसने संसार के समक्ष विविधता के महत्व को रखा। इससे लोगों को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने हेतु प्रोत्साहन मिलेगा।’ बहरहाल, अपने शानदार खेल व एक्टिविज्म से ओसाका ने अपना नाम बहुत बड़े नामों के साथ जोड़ लिया है। टैनिस लीजेंड बिल्ली जीन किंग ने कहा, ‘पचास बरस गुज़र गए हैं, जब मुहम्मद अली, जॉन कार्लोस व टोमी स्मिथ और महिला टैनिस की ओरिजिनल 9 जैसे एथलीट्स ने अपने स्पोर्ट्स का प्रयोग करते हुए जुल्म व भेदभाव के विरुद्ध खड़े होने का साहस दिखाया था...ताकि मानवता में (सकारात्मक) परिवर्तन लाया जा सके। अब वह मशाल दूसरों को दे दी गई है और नाओमी ओसाका ने उसे स्वीकार कर लिया है।’ एक पेशेवर खिलाड़ी के लिए पोलिटिकल स्टेटमैंट दर्ज करना आसान नहीं होता है। उसकी आय का अधिकतर हिस्सा कॉर्पोरेट जगत में उसके स्पोंसर्स पर निर्भर करता है, जो अक्सर यह नहीं चाहते कि खिलाड़ी से अलग राजनीतिक विचारधारा रखने वाले ग्राहक उनसे नाराज़ हों और उनके व्यापार पर कुप्रभाव पड़े।  पुरुष एकल में इस प्रकार की क्रांति या एक्टिविज़्म तो देखने को नहीं मिला, लेकिन फाइनल ऐतिहासिक, रोमांचक व संघर्ष से भरा हुआ रहा। ओपन एरा में थीम पहले खिलाड़ी हैं, जो दो सैटों में पिछड़ने के बाद यू एस ओपन फाइनल जीतने में कामयाब रहे। गास्तों गौडियो (2004 फ्रैंच ओपन) के बाद थीम पहले खिलाड़ी हैं, जो पहले दो सैट हारने के बाद ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। इसके अतिरिक्त पिछले छह वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है कि यूएस ओपन में कोई फर्स्ट-टाइम ग्रैंडस्लैम चैंपियन बना हो। थीम, थॉमस मस्टर (1995 फ्रैंच ओपन) को छोड़कर एकमात्र ऑस्ट्रियाई हैं, जिन्होंने कोई ग्रैंडस्लैम चैम्पियनशिप जीती है।

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