लाभकारी हैं मूली के पत्ते

अधिकतर लोगों को शायद मालूम नहीं कि मूली, गाजर जैसी सब्जियों के पत्तों में भी विशेष गुण होते हैं, विशेषत: मूली के पत्ते भी गुणों की खान हैं। इनमें खनिज लवण, कैल्शियम, फास्फोरस आदि अधिक मात्रा में होते हैं। इन्हें अनेक रोगों के उपचार के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है।
*  मोटे लोगों के लिए मूली के पत्तों का सेवन काफी लाभप्रद है क्योंकि इनमें पानी की मात्रा अधिक रहती है।
-मूली के कच्चे पत्तों में नींबू निचोड़कर चबाकर निगल लें। इससे पेट साफ होगा और शरीर में स्फूर्ति आएगी।
*  अजीर्ण रोग होने पर मूली के पत्तों की कोंपलों को बारीक काट कर, नींबू का रस मिलाकर व चुटकी भर सेंधा नमक डालकर खाने से लाभ होता है।
* चूंकि मूली के पत्तों में फास्फोरस काफी मात्रा में होता है, भोजन के बाद इनका सेवन करने से बालों का असमय गिरना बंद हो जाता है।
*  मूली के पत्तों को धोकर मिक्सी में पीस लें। फिर इन्हें छान कर इनका रस निकालें व मिश्री मिला दें। इस मिश्रण को रोजाना पीने से पीलिया रोग में लाभ होता है।
*  चूंकि मूली के पत्तों में सोडियम की मात्रा होती है अत: डायबिटिज के रोगियों के लिए इनका सेवन अत्यंत लाभकारी है।
*  मूली के पत्तों में लौह तत्व भी काफी मात्रा में रहता है इसलिए इनका सेवन खून को साफ करता है और इससे शरीर की त्वचा भी मुलायम होती है।
*  हड्डियों के लिए मूली के पत्तों का रस पीना फायदेमंद हैं।
*  आधी मूली को पीस कर उसका रस निकाल लें। इसे दो-दो घंटे बाद पिएं। यह कमजोर दांतों के लिए लाभदायक है।
*  मूली के पत्तों का साग पाचन क्रि या में वृद्धि करता है।
*  मूली के नरम पत्तों पर सेंधा नमक लगाकर (प्रात:) खाए, इससे मुंह की दुर्गंध दूर होगी।
*  हाथ-पैरों के नाखूनों का रंग सफेद हो जाए तो मूली के पत्तों का रस पीना लाभकारी है।
*  मूली के पत्तों में सोडियम होता है जो हमारे शरीर में नमक की कमी को पूरा करता है।
*  मूली के पत्ते खाने से दांतों का असमय हिलना बंद होता है।
* पेट में गैस बनती हो तो मूली के पत्तों के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से तुरंत लाभ होता है।

 (स्वास्थ्य दर्पण)