एक पहेली हैं रोहित शर्मा

हालांकि अधिकतर स्पोर्टिंग हीरोज़ को समझ पाना कठिन होता है, लेकिन भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा एक ऐसी पहेली हैं, जिसे जितना हल करने का प्रयास करो, वह उतनी ही उलझती जाती है। इसमें कोई दो राय नहीं कि वह गजब की प्रतिभा वाले खिलाड़ी हैं, लेकिन अपनी दर्शनीय व कलात्मक बल्लेबाजी से वह जितना खेल प्रेमियों को खुश करते हैं, उतना ही वह निराश भी करते हैं। अब गाबा (ब्रिस्बेन) में खेले गये ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत शृंखला के चौथे व अंतिम टैस्ट के दूसरे दिन की ही बात लो, भारत के अनुभवहीन गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी पहली पारी में मात्र 369 रनों पर समेट दिया था, जिसके जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में शुभम गिल का विकेट खोकर 60 रन बना लिए थे और बड़ा स्कोर बनने की संभावनाएं बढ़ती जा रही थीं, खासकर इसलिए कि रोहित शर्मा अपनी लय में दिखायी दे रहे थे, व्यक्तिगत तौर पर 44 रन बना चुके थे, लेकिन तभी वह एक बहुत ही गैर-ज़िम्मेदाराना शॉट खेलकर आऊट हो गये और टीम संकट में आ गई।हुआ यह कि ऑस्ट्रेलिया ने रोहित के लिए जाल बिछाया और वह सब कुछ जानते-बूझते उसमें फंस गये। नाथन लयोन ने एक फील्डर लांग-ऑन पर और एक फील्डर डीप स्क्वायर लेग पर रखकर रोहित को ऑन साइड पर लेफ्टिड शॉट खेलने के लिए आमंत्रित किया और रोहित ने निमंत्रण स्वीकार भी कर लिया, लेकिन केवल इतना ही कि एम. स्टार्क को अपना कैच पकड़ा बैठे। यह यकीनन एक बहुत ही गैर-ज़िम्मेदाराना शॉट था, खासकर इसलिए भी कि विराट कोहली की अनुपलब्धता व अनेक स्थापित खिलाड़ियों के चोटिल होने की वजह से भारत ने इस टैस्ट में अधिकतर नये व अनुभवहीन खिलाड़ियों को ही मैदान में उतारा था। इसलिए सीनियर खिलाड़ी व टीम के उप-कप्तान होने के नाते रोहित पर अधिक ज़िम्मेदारी थी, जिसे उन्हें समझना चाहिए था।रोहित के इस गैर-ज़िम्मेदाराना शॉट पर क्रिकेट क्षेत्रों में तूफान आना स्वाभाविक था। भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने रोहित के आऊट होते ही कहा, ‘क्यों? क्यों? क्यों? यह गैर-ज़िम्मेदाराना शॉट है। कुछ गेंद पहले ही आपने चौका मारा है, फिर आप यह शॉट क्यों खेल रहे हैं?’चौतरफा कड़ी आलोचना के बावजूद रोहित ने यह संकेत दिए हैं कि वह एक कदम पीछे हटने के लिए तैयार नहीं। इसका अर्थ यह है कि जहां यह रोहित की पहली गैर-ज़िम्मेदारी नहीं है, वहीं यह उनकी अन्तिम गैर-ज़िम्मेदारी भी नहीं होने जा रही है। रोहित का कहना है, ‘आपके पास हमेशा एक प्लान होता है और मुझे वास्तव में वह शॉट खेलने का कोई अफसोस नहीं है। मुझे गेंदबाजों पर दबाव डालना हमेशा अच्छा लगता है। लयोन स्मार्ट गेंदबाज है और उसने मेरे शरीर के अधिक करीब गेंदबाजी की जिससे मेरे लिए गेंद को अधिक ऊंचा व लम्बा मारना कठिन हो गया। यह शॉट अचानक कहीं से नहीं आया है। यह एक ऐसा शॉट है, जिसे मैं पहले से ही खेलता आ रहा हूं। मुझे यह शॉट खेलने के लिए अपने पर भरोसा है। जब मैं ऐसे शॉट्स पर आऊट हो जाता हूं तो यह बुरा लगता है, लेकिन मैं इस बात पर ध्यान नहीं देता हूं क्योंकि मेरा फोकस खेलते समय इस शॉट को लाभकारी बनाने का होता है।’रोहित ने सिडनी के तीसरे टैस्ट में 27 व 52 रन बनाये थे। वह अच्छे फार्म में दिखायी दे रहे हैं। इसलिए उनसे उम्मीद की जाती है कि वह अपने अच्छे स्टार्ट को लम्बे स्कोर में बदलें, लेकिन वह गैर-ज़िम्मेदाराना शॉट्स खेलकर आऊट हो रहे हैं। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर भी रोहित लयोन पर ऐसा ही एक शॉट खेलकर आऊट हुए थे। इस पर वह कहते हैं, ‘कभी आप आऊट हो जाते हैं और कभी गेंद को सीमा रेखा के पार कर देते हैं। अंत में आऊट होना दुर्भाग्यपूर्ण व दुखद होता है लेकिन यह मेरा शॉट है और मैं इसे खेलता रहूंगा।’ निष्कर्ष यह कि रोहित नामक पहेली न सुलझेगी और न ही सुधरेगी।

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर