शाकाहार मांसाहार से अधिक पौष्टिक है

लोगों में भ्रम है कि मांसाहार शाकाहार से अधिक पौष्टिक है जबकि वास्तविकता इसके बिल्कुल विपरीत है। शोध से पता चला है कि मांस-मछली और अंडे में अल्प मात्रा में पौष्टिक तत्व होते हैं। मांस-मछली और अंडे में प्रोटीन और वसा के अलावा नाम मात्रा के पोषक तत्व पाये जाते हैं। इसमें विटामिन व अन्य पोषक तत्व बहुत कम मात्रा में होते हैं। मांस-मछली और अंडा कार्बोहाइडेऊट, रेशा और विटामिन-सी से रहित है। अंडे और मुर्गे के मांस में सिर्फ विटामिन-ए ही उचित मात्र में होता है। कुछ लोग कहते हैं कि मांस-मछली और अंडे में बहुत अधिक मात्र में प्रोटीन होता है। यह भी गलत है। प्रोटीन की सर्वाधिक मात्रा सोयाबीन, मूंगफली, मेथी और दालों से प्राप्त होती है। सोयाबीन में अंडे से तीन गुणा और मछली से लगभग दुगुनी मात्र से अधिक प्रोटीन मिलता है।शाकाहारी भोजन में पोषक तत्व उत्तम कोटि के मिलते हैं जबकि मांसादि में घटिया क्वालिटी के पोषक तत्व मिलते हैं। मांसाहार स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत हानिकारक और आर्थिक दृष्टि से महंगा है। मांस-मछली और अंडा पोषक तत्वों से रहित और अनेक विषैले तत्वों से युक्त होने के कारण अत्यंत हानिकारक हैं। कार्बोहाइड्रेट और विटामिन-सी से रहित होने के कारण पेट में सड़ांध पैदा करता है जिससे अनेक रोगों को बढ़ावा मिलता है। मांसाहार से मोटापा, मधुमेह, रतचाप, और आंत के कैंसर जैसे घातक रोग होते हैं।  मांसादि में पौष्टिक तत्वों की अपेक्षा विषैले तत्व अधिक होते हैं। मांसाहार को पौष्टिक खाद्य-पदार्थ कहना मूर्खता है, अत: मांसाहार त्याज्य है।

(स्वास्थ्य दर्पण)