सेहत का खज़ाना नींबू

विटामिन सी से भरपूर नींबू सारा साल बाजार में उपलब्ध रहता है। इसके विभिन्न प्रयोगों से विभिन्न लाभ मिलते हैं। नींबू पाचन संबंधी कई तकलीफों में लाभप्रद होता है। नींबू की कई वैरायटी होती हैं। कागजी नींबू सबसे उत्तम होता है। नींबू हमेशा ताजा खरीद कर प्रयोग में लाने से लाभ अधिक मिलता है।
स्वास्थ्य संबंधी लाभ 
ताजे पानी में नींबू का रस और काला नमक मिलाकर पीने से रक्ताल्पता में लाभ होता है।
जिन लोगों को भूख कम लगती हो वे लोग भोजन करने से एक घंटा पूर्व आधे नींबू को नमक और पिसी काली मिर्च के साथ चाटें। कुछ दिनों में भूख लगनी शुरू हो जायेगी।शरीर के इम्यून सिस्टम को भी ठीक रखता है नींबू। निरोग रहने के लिए आधे नींबू का सेवन प्रतिदिन करें।
जिन रोगियों का यूरिक एसिड अधिक होता है, उन्हें एक गिलास गुनगुने पानी में एक नींबू का रस और आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर पीना चाहिए। प्रात: खाली पेट नियमित पीने से यूरिक एसिड की मात्र कम होती है।बच्चों को दस्त लगने पर गर्म दूध में 8-10 बूंदें नींबू के रस की डाल कर उसे फिटा लें। दूध में जब पनीर की फुटकरियां बन जाये,उन्हें अलग कर उनका पानी थोड़ा थोड़ा कर बच्चें को पिलायें। दिन में चार बार दें। धीरे-धीरे लाभ मिलेगा। बड़े रोगी को भी दिया जा सकता है। बड़ों को एक गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़ कर दिन में चार बार थोड़ा दें। ब्लड प्रेशर ठीक बनाए रखने के लिए प्रात: एक गिलास पानी में नींबू का रस मिला कर पियें। इससे मोटापा भी कम होगा क्योंकि नींबू शरीर में मौजूद सोडियम लवणों को कम करता है। बुखार होने पर जब प्यास अधिक लगे तो उबला हुआ पानी ठंडा कर उसमें एक नींबू का रस मिलाकर पीते रहें। मुंह सूखेगा नहीं। सब्जियों में नींबू का रस डालने से सब्जी में स्वाद में नेचुरल खटास आ जाती है और सब्जी व दाल, आसानी से पच जाती है। कब्ज दूर करने के लिए प्रतिदिन एक गिलास गुनगुने पानी में ताजे नींबू का रस निचोड़कर पीने से कब्ज की शिकायत दूर होती है।
खरीदने से पूर्व ध्यान दें:- . नींबू पतले छिलके वाला ही खरीदें। नींबू खरीदने के बाद इसे प्लास्टिक बैग में रखें तो अधिक समय तक ताजे बने रहेंगे।
नींबू हमेशा पीले रंग वाला ही खरीदें। हरे नींबू में रस अधिक नहीं होता। पिचका हुआ नींबू न खरीदें, न ही दागवाला नींबू खरीदें।
ध्यान दें:- जिन लोगों को एसिडिटी हो, वे नींबू का प्रयोग कम से कम करें।
जिन लोगों को त्वचा पर सफेद दाग की समस्या हो, वे भी नींबू का प्रयोग न करें।

(स्वास्थ्य दर्पण)