तीसरी बार का सन्देश

चंडीगढ़ के निकट पंचकूला में एक विशाल एवं शानदार समारोह में भाजपा के नायब सिंह सैनी ने एक बार फिर हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ग्रहण की। भाजपा का लगातार हरियाणा में तीसरी बार, पहली बार वर्ष 2014 में, दूसरी बार वर्ष 2019 में तथा तीसरी बार वर्ष 2024 में सरकार बना सकना आश्चर्यजनक ज़रूर है। यदि भाजपा अपनी सरकारें बनाने में सफल हुई है तो यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की प्रदेश पर मज़बूत पकड़ ही कही जा सकती है। पहली बार भाजपा ने अपने दम पर सरकार चलाई थी। दूसरी बार उसे अकेले बहुमत नहीं मिला था। इसलिए उसे दुष्यन्त चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जे.जे.पी.) के साथ मिल कर सरकार बनानी पड़ी थी। दूसरी पारी के आखिरी महीनों में मनोहर लाल खट्टर के स्थान पर इस वर्ष मार्च मास में नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया था। उस समय तक श्री सैनी हरियाणा के ज्यादा लोकप्रिय नेता नहीं थे। पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाते समय जातियों का भी ध्यान रखा था।
इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि चुनाव से पहले कुछ मास में ही नायब सिंह सैनी प्रदेश में अपनी मज़बूत पकड़ एवं अच्छा प्रभाव बनाने में सफल रहे थे। चुनावों से पहले आम तौर पर यह प्रभाव बन गया था कि दो बार शासन चलाने के बाद सरकार की भिन्न-भिन्न स्तरों पर आलोचना बढ़ चुकी है। इसलिए यह उम्मीद की जाने लगी थी कि इस बार कांग्रेस अधिक सीटें प्राप्त करके भूपिन्द्र सिंह हुड्डा या दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में अपना शासन स्थापित करने में सफल हो जाएगी।
परन्तु तीसरी बार भाजपा की ओर से भारी जीत प्राप्त करने ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था। हरियाणा विधानसभा की 90 सीटें हैं, जिनमें से 48 सीटों पर भाजपा ने जीत प्राप्त की है। यहीं बस नहीं, जीते हुये तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी भाजपा को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस को 37 सीटें ही प्राप्त हुई हैं। नायब सिंह सैनी ने इस अवसर पर हरियाणा को और भी अधिक विकास के मार्ग पर बढ़ाने की बात कही है तथा यह भी दावा किया है कि भाजपा ने पहली दो पारियों में जो वायदे लोगों के साथ किये थे, उन्हें पूरा किया गया है। केन्द्र में भी भाजपा के नेतृत्व वाली तीसरी बार सरकार बनी है। इसलिए आगामी समय में केन्द्र की सहायता से हरियाणा के विकास के और द्वार खुलने की भी उम्मीद बन गई है।
हरियाणा की राजनीति का भी बड़ा दारोमदार जाति-बिरादरियों पर केन्द्रित रहा है। इसीलिए हरियाणा के नये मंत्रिमंडल में लगभग ज्यादातर बिरादरियों को प्रतिनिधित्व दिया गया है। जिस तरह इससे उम्मीद रखी जा रही है, यदि आगामी समय में इस प्रदेश का विकास तीव्र गति से आगे बढ़ेगा, तो इसे नई बनी सरकार की बड़ी उपलब्धि माना जाएगा, जो भाजपा के लिए एक और अच्छा सन्देश सिद्ध होगा।

—बरजिन्दर सिंह हमदर्द