दो राज्यों के विधानसभा चुनावों का महत्त्व

एक बार फिर चुनावों का महत्त्वपूर्ण दौर शुरू हो गया है। इसमें महाराष्ट्र एवं झारखंड राज्यों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के 31 विधानसभा क्षेत्रों में उप-चुनाव भी होने हैं और आज 13 नवम्बर से शुरू होकर ये चुनाव 20 नवम्बर तक चलेंगे तथा इनके परिणाम 23 नवम्बर को सामने आएंगे। इस समय चुनावों में दो प्रमुख गठबंधन आमने-सामने हैं। पहला है भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन तथा दूसरा है कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया ब्लाक। इन हो रहे चुनावों में ये दोनों गठबंधन भी अलग-अलग हालात के अनुसार आमने-सामने हैं। झारखंड के चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं तथा महाराष्ट्र के चुनाव एक चरण में। 13 नवम्बर बुधवार को झारखंड विधानसभा के चुनाव हेतु प्रथम चरण पर 43 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान पूर्ण हो गया है। इस राज्य के 81 विधानसभा क्षेत्र हैं। शेष क्षेत्रों के चुनाव 20 नवम्बर को महाराष्ट्र के साथ ही होंगे, जहां एक चरण में ही मतदान होगा। झारखंड के इन 43 क्षेत्रों में लगभग एक करोड़ 37 लाख मतदाता हैं। पहले चरण में मतदान ज्यादातर कबायली क्षेत्रों में ही होगा। इसके अतिरिक्त देश के दस प्रदेशों में 31 विधानसभा क्षेत्रों पर उप-चुनाव के साथ-साथ केरल में वायनाड लोकसभा क्षेत्र में भी उप-चुनाव हो रहे हैं। यह क्षेत्र इसलिए भी महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यहां से कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी चुनाव लड़ रही हैं।
 पिछले लोकसभा के हुए चुनावों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल के वायनाड एवं उत्तर प्रदेश के रायबरेली दो क्षेत्रों से चुनाव लड़े थे तथा वे दोनों क्षेत्रों से ही चुनाव जीत गये थे। रायबरेली में राहुल गांधी ने साढ़े तीन लाख से अधिक मतों से जीत प्राप्त की थी। बाद में उन्होंने वायनाड की सीट खाली कर दी थी। अब यहां से उनकी बहन प्रियंका चुनाव लड़ रही हैं। इस सीट पर भी 13 नवम्बर को मतदान हुआ है। जहां तक झारखंड का सवाल है, यह खनिज पदार्थों से भरपूर राज्य है। यहां भारी संख्या में भिन्न-भिन्न कबीलों से संबंधित लोग रहते हैं। यहां चुनावों के मुख्य मुद्दे कबीलाई पहचान को कायम रखना, घुसपैठ को बंद करना, आरक्षण की नीति में संशोधन करना तथा भ्रष्टाचार को नकेल डालने आदि रहे हैं। इनके संबंध में दोनों गठबंधन अपने-अपने पक्ष से भारी प्रचार कार्य में व्यस्त रहे हैं। इस समय झारखंड में इंडिया ब्लाक का शासन है जिसका नेतृत्व झारखंड मुक्ति मोर्चा कर रहा है। दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन चुनाव लड़ रहा है, जिसका नेतृत्व भाजपा कर रही है।
23 नवम्बर को आने वाले परिणाम राष्ट्रीय राजनीति के लिए विशेष तौर पर महत्त्वपूर्ण होंगे, जो आगामी समय के लिए भाजपा एवं कांग्रेस का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे।

—बरजिन्दर सिंह हमदर्द

#दो राज्यों के विधानसभा चुनावों का महत्त्व