हिमाचल में तेज बारिश का कहर जारी…रामपुर में बादल फटा, सैकड़ों सड़कें व ट्रांसफार्मर ठप
शिमला, 7 अगस्त : हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। बुधवार देर रात शिमला जिले के रामपुर उपमंडल की दरशाल पंचायत में बादल फटने की घटना सामने आई, जिससे तकलेच बाजार के बीच बहने वाले नाले में भारी बाढ़ आ गई। खतरे को देखते हुए आसपास के कई घर खाली करवाए गए हैं। राहत की बात यह रही कि किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है और फिलहाल बारिश भी रुकी हुई है।
राज्य में 13 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट…
मौसम विभाग ने प्रदेश में 13 अगस्त तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही 8 और 9 अगस्त को तेज बारिश के साथ बिजली गिरने और अंधड़ चलने की चेतावनी भी दी गई है। बीते 24 घंटों में बिलासपुर के नैना देवी क्षेत्र में सबसे अधिक 92 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा रायपुर मैदान में 81, पच्छाद में 75, बीबीएमबी में 73, ओलिंडा में 67, कांगड़ा में 62 और धर्मशाला में 42 मिमी बारिश हुई। राजधानी शिमला में गुरुवार सुबह हल्की धूप खिलने से कुछ राहत जरूर मिली।
सैकड़ों सड़कें बंद, 3 नेशनल हाईवे अवरुद्ध …
बारिश के चलते प्रदेश में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार गुरुवार सुबह तक प्रदेश में कुल 492 सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं, जिनमें 3 नेशनल हाईवे शामिल हैं। मंडी जिले में सबसे ज्यादा 275 सड़कें बंद हैं, कुल्लू में 118, शिमला में 24 और कांगड़ा में 23 सड़कों पर यातायात पूरी तरह बाधित है। मंडी-कुल्लू नेशनल हाईवे-21 झलोगी और दवाड़ा के पास बंद है। कुल्लू जिले में एनएच-305 जहेड़ के पास तथा किन्नौर में एनएच-5 रिब्बा नाला के पास अवरुद्ध है।
बिजली और पानी की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित…
भारी बारिश का असर राज्य की बिजली और पेयजल व्यवस्था पर भी पड़ा है। प्रदेश भर में 1120 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। इनमें सोलन जिले में 436, कुल्लू में 375, मंडी में 264 और शिमला में 41 ट्रांसफार्मर बंद हैं। इसके अलावा 243 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें मंडी की 86 कांगड़ा की 120 और हमीरपुर की 9 योजनाएं शामिल हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक प्रदेश को करीब 1905 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इसमें लोक निर्माण विभाग को 1009 करोड़ और जलशक्ति विभाग को 648 करोड़ रुपये की क्षति हुई है। इस मानसून सीजन में अब तक राज्य में 58 बार फ्लैश फ्लड, 28 बार बादल फटने और 51 बार भूस्खलन की घटनाएं रिकॉर्ड की जा चुकी हैं।