स्वतंत्रता आंदोलन में साबरमती आश्रम का क्या महत्व है ?
‘दीदी, हमारे देश में अनेक स्थल हैं, जिनका हमारे स्वतंत्रता आंदोलन से गहरा संबंध है, इनमें से आपका सबसे प्रिय स्थान कौन सा है?’
‘साबरमती आश्रम जिसे गांधी आश्रम भी कहते हैं।’
‘यह है कहा पर?’
‘यह अहमदाबाद, गुजरात में साबरमती नदी के किनारे है, रेलवे स्टेशन से कैब लोगे तो 15-20 मिनट में वहां पहुंच जाओगे। पर्यटकों के लिए यह सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है और इसमें प्रवेश नि:शुल्क है।’
‘हमारे स्वतंत्रता आंदोलन में इसका क्या महत्व है?’
‘दरअसल, साबरमती आश्रम का महत्व यह है अगर कोई व्यक्ति 3-4 घंटे इसमें गुज़ार देता है, तो उसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन व भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है। यह आश्रम 12 वर्षों तक गांधी जी का निवास था और अहिंसा आंदोलन का केंद्र लेकिन एक बात का ध्यान रखने की ज़रूरत है।’
‘क्या?’
‘यही कि आप आश्रम में उचित कपड़े पहनकर जाएं ताकि आश्रम के सम्मान को बरकरार रखा जा सके। वैसे आश्रम में नि:शुल्क फोटो खींचे जा सकते हैं व वीडियो बनाये जा सकते हैं।’
‘साबरमती आश्रम में देखने के विशेष केंद्र कौन से हैं?’
‘पूरा आश्रम ही देखने लायक व भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को समझने के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें पेंटिंग्स व डिसप्ले हैं, जो गांधीजी के जीवन व दर्शन के बारे में बताते हैं।’
‘अच्छा।’
‘चूंकि आश्रम साबरमती नदी के किनारे है, इसलिए आश्रम से नदी का शांत व सुंदर नज़ारा देखने को मिलता है, लेकिन इसके अतिरिक्त, जब मैं वहां गई थी तो मुझे इसके म्यूजियम ने बहुत अधिक प्रभावित किया, क्योंकि मुझे गांधीजी की शिक्षाओं व जीवन के बारे में प्रेरणादायक जानकारी मिली। म्यूजियम के अलावा भी अनेक जगह आपको प्रभावित करती हैं।’
‘जैसे?’
‘जैसे हृदय कुंज, जहां गांधीजी अपनी पत्नी कस्तूरबा के साथ रहते थे। फिर आश्रम में उपासना मंदिर है, जहां गांधीजी प्रार्थना करते थे। विनोबा कुटीर भी है, साबरमती आश्रम में।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर