तनाव से राहत व शरीर को ऊर्जा देता है ध्यान
विश्व ध्यान दिवस पर विशेष
हिंसा-मुक्त समाज, बीमारी-मुक्त शरीर, उलझन-मुक्त मन, बाधा-मुक्त बुद्धि, सदमा-मुक्त याददाश्त तथा दुख-मुक्त आत्मा—यही है जो ध्यान को ला सकता है। ध्यान आत्मा के लिए भोजन है, मन के लिए ऊर्जा है और शरीर के जीवन रेखा है। यह अब कोई लग्ज़री नहीं है परन्तु यदि आप खुश तथा तनाव-मुक्त रहना चाहते हैं तो यह एक ज़रूरत है।
संयुक्त राष्ट्र ने पिछले साल 21 दिसम्बर को विश्व ध्यान दिवस घोषित किया था। यह लंबे समय से लम्बित मान्यता मानवता की बहुत-सी आधुनिक चुनौतियों को हल करने में ध्यान के बेमिसाल महत्व को दिखाती है।
ध्यान एकाग्रता नहीं है। यह बैठना तथा सोचना या किसी चीज़ की कल्पना करना भी नहीं है। यह गहरा और सचेत आराम है। ध्यान गति से स्थिरता और आवाज़ से चुप तक की यात्रा है। उस शांति की ओर लौटना जो हमारा मूल स्वभाव है, ध्यान है। सम्पूर्ण खुशी और आनंद ध्यान है। बिना चिंता के एक रोमांच है ध्यान।
ध्यान हमारे शरीर और दिमाग को कैसे फायदा पहुंचाता है, इस पर आजकल काफी अध्ययन हो रहे हैं। ऐसे ही एक अध्ययन से पता चलता है कि जब आप ध्यान करना शुरू करते हैं तो दिमाग का बीच का हिस्सा, एमिग्डाला, सिकुड़ने लगता है। जब एमिग्डाला बड़ा होता है, तो आप घबराहट और दूसरे भावनात्मक असंतुलन का शिकार होते हैं। वैज्ञानिक यह भी कहते हैं कि ध्यान से दिमाग में ग्रे पदार्थ बढ़ता है। ग्रे पदार्थ जानकारी की प्रक्रिया शुरू करता है, मांसपेशियों, याददाश्त और भावनाओं को नियंत्रितक करता है।
डिप्रेशन से गुज़र रहे कई लोग हमारे पास आए हैं और ध्यान किया है, और वे बेहतर हो गए हैं। सैकड़ों सबूतों पर आधारित अध्ययन हैं जो दिखाती हैं कि ध्यान लोगों को तनाव या गुस्से और कई तरह की मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों से उबरने में मदद कर सकता है।
ध्यान रचनात्मकता को बढ़ावा देता है, उत्पादकता बढ़ाता है और आपको किसी भी विवाद को सुलझाने के लिए भावनात्मक स्थिरता देता है। ध्यान आपकी धारणा, अभिव्यक्ति और संचार को बेहतर बनाने में मदद करता है, जो आपके जीवन और रिश्तों में सफल होने के लिए ज़रूरी हैं। यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह आपको गहरा आराम और मन को सचेत कर सकता है। यह अब कोई लग्ज़री नहीं बल्कि एक ज़रूरत है। वैज्ञानिक कहते हैं कि एक वेगस नर्व होती है, एक सेंट्रल नर्व जो शरीर के लगभग सभी अंगों को नियंत्रित करती है। इसे हमारी तंदुरुस्ती नर्व भी कहा जाता है। जब वेगस नर्व सक्रिय होती है तो हमारा अपना ज्ञान बढ़ जाता है और हमारा दिल, लिवर, गुर्दा, पेट आदि हमारे सभी ज़रूरी अंगों का तालमेल बढ़ाता है।
तनाव क्या है? यह तब होता है जब आपके पास करने के लिए बहुत कुछ होता है, किन्तु उसे करने के लिए बहुत कम समय होता है और उसके लिए कोई ऊर्जा नहीं होती। ध्यान आपको पर्याप्त ऊर्जा देता है। यह आपकी क्रियाशीलता को बेहतर और सकारात्मक बनाता है। आप देखिए, हम अपने शब्दों से अधिक अपनी मौजूदगी के माध्यम से बोलते हैं।
ध्यान का अनुभव करने के पांच तरीके
पहला तरीका है योग और शारीरिक कसरत। जब हमारा शरीर कुछ खास आसन करता है, एक खास रिदम के साथ, तो मन ध्यान में चला जाता है। अगर आप ज़्यादा क्रियाशील या बहुत सुस्त हैं, तो आप ध्यान नहीं कर सकते। लेकिन ऐसी स्थिति में जहां शरीर में थकान की सही मात्रा होती है, तब बहुत ही नाजुक संतुलन में आप ध्यान तक पहुंच सकते हैं।
दूसरा तरीका सांस लेने की तकनीक और ‘प्राणायाम’ के ज़रिए है। मन शांत और स्थिर हो जाता है और आप बिना किसी मुश्किल के ध्यान में जा सकते हैं।
तीसरा तरीका है किसी भी संवेदी खुशी के ज़रिये—देखना, आवाज़, स्वाद, गंध, या स्पर्श के द्वारा। किसी खास संवेदी चीज़ में 100 प्रतिशत मग्न होना आपको ध्यान की स्थिति में लाता है। बस लेट जाइए और आसमान को देखते रहिए या जब आप पूरी तरह से संगीत सुनने में मग्न हों, तो एक पल आता है ध्यान का।
चौथा तरीका सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की भावनाओं के ज़रिये है। जब आप पूरी तरह से निराश या गुस्से में होते हैं तो आप कहते हैं, ‘मैं हार मानता हूं!’ इसका मतलब है, ‘बस हो गया। मैं अब और नहीं सह सकता।’ उन पलों में अगर आप निराशा या उदासी या हिंसा में नहीं फंसते हैं तो आप पाएंगे कि एक पल ऐसा आता है जहां मन स्थिर रहता है।
पांचवां रास्ता समझदारी, ज्ञान और जागरूकता के ज़रिए होता है। इसे ज्ञान योग कहते हैं। जब आप बैठते हैं और जानते हैं कि यह शरीर अरबों कोशिकाओं से बना है, तो अंदर कुछ हलचल होती है। जब आप ब्रह्मांड की महानता के बारे में जान जाते हैं तो जीवन का संदर्भ तुरंत बदल जाता है—आप कौन हैं? आप क्या हैं? आप कहां हैं? विशाल, अनंत ब्रह्मांड के संदर्भ में आप कैसे हैं? आपके भीतर कुछ बदलाव आता है। आपके पास जितनी अधिक ज़िम्मेदारी होगी, ध्यान की ज़रूरत उतनी ही अधिक होगी। ध्यान न सिर्फ तनाव से राहत देता है, यह चुनौतियों का सामना करने की आपकी योग्यता को भी बढ़ाता है और आपके आस-पास के लोगों से आपके संबंधों को बेहतर बनाता है।



