बांग्लादेश के बिगड़ते हालात का भारत पर प्रभाव
बांग्लादेश के हालात दो तरफ इशारा कर रहे हैं और दोनों ही भारत के लिए खतरनाक हैं। एक तरफ बांग्लादेश भारत से दुश्मनी के रास्ते पर जा रहा है तो उसका दूसरा रास्ता उसे बर्बादी की ओर ले जा रहा है। भारत के लिए बांग्लादेश का दुश्मनी के रास्ते पर जाना खतरनाक है तो बांग्लादेश का बर्बाद होना भी बुरी खबर है। पाकिस्तान अपने जन्म के बाद ही भारत का जानी दुश्मन बना बैठा है और अब वह बांग्लादेश को खींचकर उसी रास्ते पर ले जा रहा है। बांग्लादेश में चुनाव होने वाले हैं और भारत को उम्मीद है कि उसके बाद बांग्लादेश के हालात बेहतर हो सकते हैं। चुनाव से पहले ही बांग्लादेश के हालात इतने बदतर हो गए हैं कि चुनाव पर ही खतरा नज़र आने लगा है।
एक अंदेशा यह भी है कि बांग्लादेश के हालात मोहम्मद यूनुस की ही साज़िश लग रही है क्योंकि वह चुनाव नहीं करवाना चाहता है। उसे पता है कि अगर चुनाव हुए तो सत्ता उसके हाथ से चली जायेगी। मोहम्मद यूनुस एक गैर-निर्वाचित प्रधानमंत्री के रूप में काम कर रहा है, कहने को वह सरकार का मुख्य सलाहकार है। ऐसा लगता है कि सत्ता का लालच इतना बढ़ गया है कि उसे देश की बर्बादी नज़र नहीं आ रही है। यूनुस ने ही बांग्लादेश में कट्टरपंथी ताकतों को इतना बढ़ावा दिया है कि आज वे सड़क पर उतरकर हिंसा का नंगा नाच कर रहे हैं। एक कट्टरपंथी नेता उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश में जबरदस्त हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। फिर एक और छात्र नेता की हत्या हो गई है। ऐसा लग रहा है कि इन हत्याओं के पीछे गहरी साज़िश है। इन हत्याओं में भारत का हाथ बताकर हिंदुओं पर हमले किये जा रहे हैं। एक हिन्दू युवक को भीड़ द्वारा मारने के बाद उसके शव को लटकाकर जला दिया गया। हिन्दुओं के घर जलाए गए। गत दिवस एक और हिन्दू युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। ये सिर्फ एक हत्याएं नहीं है, बल्कि पूरे हिन्दू समुदाय पर हमला है। इसलिए इसके खिलाफ बांग्लादेश के हिंदुओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन भी किया है। सवाल यह है कि कट्टरपंथी जेहादियों पर क्या इस प्रदर्शन का कोई असर होगा। ऐसा नहीं लगता है, क्योंकि बांग्लादेश में हिन्दू आबादी बिखरी हुई है। बांग्लादेश की सरकार इस तरफ से आंखे बंद किये हुए है। मोहम्मद यूनुस ने बयान दिया है कि वह प्रदर्शनकारियों को कानून व्यवस्था हाथ में नहीं लेने देंगे और देश में सबकी सुरक्षा की जाएगी। उनका ये बयान दबाव में दिया गया है। अन्यथा उनका इन कट्टरपंथियों को पूरा समर्थन है। उस्मान हादी के भाई ने उसकी हत्या के लिए मोहम्मद यूनुस को ही ज़िम्मेदार ठहरा दिया और कहा है कि यह चुनाव रोकने की साज़िश के तहत की गई हत्या है ।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच रक्षा समझौते की तैयारी की जा रही है और पाकिस्तान ने बयान दिया है कि अगर भारत ने बांग्लादेश पर आक्रमण किया तो पाकिस्तान उसकी रक्षा करेगा। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान भारत को दो मोर्चों पर घेरने की तैयारी कर रहा है। बांग्लादेश के कमज़ोर होने के बावजूद हम इस कोशिश को हल्के में नहीं ले सकते। आज बेशक बांग्लादेश सैन्य रूप से कमज़ोर नज़र आ रहा है लेकिन कई शक्तियां उसे भारत के खिलाफ तैयार कर रही हैं। बांग्लादेश से ज्यादा बड़ा खतरा उसके घुसपैठिएं हैं जो वक्त आने पर भारत के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई बांग्लादेश में अपना एजेंडा चलाने में कामयाब हो रही है। जमात-ए-इस्लामी आईएसआई के साथ मिलकर बांग्लादेश की सत्ता पर कब्जा करने की ओर बढ़ रही है। इसमें सबसे बड़ा खतरा यह है कि जमात सत्ता पर कब्ज़ा चुनाव में जीत कर नहीं करना चाहती है। जमात अपने कट्टरपंथी समर्थकों की मदद से बांग्लादेश को दूसरा पाकिस्तान बनाना चाहती है। ऐसा बांग्लादेश बनाना चाहती है, जहां शरीयत का राज हो क्योंकि जमात को लोकतांत्रिक व्यवस्था में कोई भरोसा नहीं है। (अदिति)



