एलएमई में तेज़ी के बावजूद कॉपर-पीतल-निकिल टूटे

नई दिल्ली, 4 नवम्बर (एजेंसी): लंदन मैटल एक्सचेंज में सटोरियों की नीचे वाले भाव पर लगातार अधिकतर अलौह धातुओं में लिवाली बनी रही, जिसके चलते वहां बाजार तेजी लिये बंद हुए। वहीं रुपया सुधरने एवं डिब्बे में मंदे से यहां कॉपर, पीतल, निकिल, कैडमियम, सीसा आदि में मंदे का रुख बना रहा। अगले सप्ताह दिवाली त्योहार को देखकर स्क्रैप की बिक्री कमजोर रहेगी। इसे देखते हुए बाजार और घट सकता है। गत सप्ताह एलएमई में सभी अलौह धातुओं में घटे भाव पर बड़े सटोरिये लिवाल आ गये, जिसके चलते निकिल 11847 से बढ़त लेकर 11909 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गयी, लेकिन घरेलू मंडियों में निकिल का बाजार दब गया। इसका मुख्य कारण यह है कि एलएमई में 62 डॉलर की तेजी के बावजूद रुपया 62 पैसे के करीब खबर लिखे जाने तक मजबूत हो गया। इसके अलावा डिब्बे में भी निकिल के भाव टूट गये, जिससे 5 रुपए घटकर रसियन प्लेट 975/985 रुपए प्रति किलो पर आ गयी। ़गौरतलब है कि नीचे में 965 रुपए तक भी व्यापार हो गया था। इसके अलावा कॉपर भी एलएमई में 6146 डॉलर से बढ़कर 6185 डॉलर प्रति टन हो गया था, लेकिन डिब्बा मंदा होने एवं हाजिर बिक्री की कमी से 7 रुपए लुढ़ककर आरमेचर 443 एवं पट 438 रुपए प्रति किलो पर आ गये। पीतल के विभिन्न स्क्रैप भी 4 रुपए गिरकर पुर्जा 334, हनी 344 एवं चादरी देशी 338 रुपए रह गये। गनमैटल मिक्स व लोकल माल में भी 6 रुपए की भारी गिरावट आ गयी, क्योंकि यूपी व एमपी से आवक का दबाव बढ़ गया। जालंधर क्वालिटी माल भी दो रुपए घटाकर 368 रुपए बोला गया। सीसा भी ग्राहकी के अभाव में दो रुपए की गिरावट पर सख्त व खांचे का व्यापार 156.50 रुपए में हुआ। कैडमियम भी दो रुपए और गिरकर रॉड 268 रुपए एवं प्लेट 281 रुपए रह गयी।